Published By:धर्म पुराण डेस्क

December 2022: आ रहा है साल का आखिरी महीना, जानिए दिसंबर व्रत और त्यौहार

दिसंबर के व्रत और त्यौहार-

दिसंबर 2022 के व्रत और त्योहार: साल 2022 के आखिरी महीने में अब कुछ ही दिन बचे हैं. 

हिंदू कैलेंडर के अनुसार पौष मास 9 दिसंबर से शुरू होगा। पंचांग के अनुसार दिसंबर माह की शुरुआत मंगली के शुक्ल पक्ष में अष्टमी तिथि से होती है। पौष मास में भगवान विष्णु और सूर्य की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। इस महीने में राशि बदलते ही खरमास आएगा और साथ ही शुभ कार्यों पर रोक लगेगी। 

मोक्षदा एकादशी व्रत दिसंबर के पहले सप्ताह में रखा जाना है, भगवान विष्णु की कृपा पाने और मोक्ष प्राप्त करने के लिए यह व्रत 3 दिसंबर शनिवार को रखा जाता है। वहीं पौष मास की शुरुआत 9 दिसंबर से होगी। आइए देखते हैं दिसंबर महीने के सभी व्रत-त्योहारों की लिस्ट।

दिसंबर के व्रत और त्यौहार ..

दिसम्बर माह के व्रत एवं त्यौहार- 

दिसंबर 2022 में व्रत-त्योहार-

दिनांक 4 दिसंबर, रविवार- मोक्षदा एकादशी/गीता जयंती,

दिनांक 5 दिसंबर, सोमवार- प्रदोष व्रत/अनंग त्रयोदशी,

दिनांक 7 दिसंबर, मंगलवार- दत्त पूर्णिमा,

दिनांक 8 दिसंबर, बुधवार- स्नान-दान पूर्णिमा,

दिनांक 11 दिसंबर, रविवार- गणेश चतुर्थी व्रत,

दिनांक 16 दिसंबर, शुक्रवार- रुक्मिणी अष्टमी/खरमास प्रारंभ,

दिनांक 19 दिसंबर, सोमवार- सफला एकादशी,

दिनांक 20 दिसम्बर, मंगलवार- सुरूप द्वादशी,

दिनांक 21 दिसंबर, बुधवार- प्रदोष व्रत/शिव चतुर्दशी व्रत,

दिनांक 23 दिसंबर, शुक्रवार- पौष अमावस्या,

दिनांक 25 दिसंबर 2022, रविवार- क्रिसमस,

दिनांक 26 दिसंबर, सोमवार- विनायकी चतुर्थी व्रत,

दिसंबर के व्रत और त्यौहार-

दिनांक 03 दिसंबर 2022, शनिवार: मोक्षदा एकादशी ..

मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी मनाई जाती है। यह एकादशी मोक्ष की कामना के लिए मनाई जाती है। मोक्षदा एकादशी मोह का नाश करने वाली एकादशी है। 

पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ शनिवार 03 दिसंबर 2022 को प्रात: 05 बजकर 39 मिनट से हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन रविवार 04 दिसंबर को सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर होगा. वहीं उदया तिथि के आधार पर मोक्षदा एकादशी का व्रत 03 दिसंबर को रखा जाएगा.

दिनांक 8 दिसंबर 2022, गुरुवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत ..

मार्श पूर्णिमा पर भगवान कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा और व्रत करने से जीवन में आने वाली कई परेशानियों से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के अनुसार मार्श पूर्णिमा पर स्नान, दान और ध्यान विशेष फलदायी होता है। 

ऐसा माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति इस व्रत को पूरी आस्था और भक्ति के साथ रखता है, तो उसे इसी जन्म में मोक्ष की प्राप्ति होती है। पूर्णिमा तिथि 7 दिसंबर को प्रातः 08:01 बजे से प्रारंभ होकर अगले दिन 08 दिसंबर 2022 को प्रातः 09:37 बजे समाप्त होगी।

दिनांक 19 दिसंबर 2022, सोमवार: सफला एकादशी ..

पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को सफला एकादशी का व्रत किया जाता है। इस बार सफला एकादशी 19 दिसंबर को आ रही है। साल 2022 में यह आखिरी एकादशी होगी। 

पंचांग के अनुसार इस वर्ष पौष मास के कृष्ण पक्ष में एकादशी तिथि 19 दिसंबर 2022 को प्रातः 3 बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होकर 20 दिसंबर 2022 को प्रातः 2 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी. उदया तिथि को देखते हुए इस वर्ष सफला एकादशी का व्रत 19 दिसंबर 2022 दिन सोमवार के दिन रखा जाएगा।

दिनांक 23 दिसंबर 2022, शुक्रवार: पौष अमावस्या ..

वैदिक कैलेंडर के अनुसार पौष अमावस्या पौष मास के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को मनाई जाती है। इस अमावस्या को दर्श अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। कर्मकांड की दृष्टि से इस अमावस्या के दिन स्नान और दान का बहुत महत्व है। 

पौष अमावस्या 22 दिसंबर 2022 को हिंदू पंचांग के अनुसार शाम 07 बजकर 13 मिनट से शुरू हो रही है। अगले दिन यानी 23 दिसंबर 2022 को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर इसका समापन होगा।

दिनांक 25 दिसंबर 2022, रविवार- क्रिसमस ..

क्रिसमस ईसाई समाज का प्रमुख त्योहार है। यह त्योहार हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। ईसाई धर्म की मान्यता के अनुसार क्रिसमस के दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। ईसाई समुदाय के लोग क्रिसमस को काफी धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन उपहारों का आदान-प्रदान होता है।
 

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