 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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27 नवंबर, रविवार को शुक्ल पक्ष की चतुर्थी है। रविवार को सूर्य पूजा और गणेश व्रत का शुभ योग बन रहा है। इस दिन की शुरुआत सूर्य को जल चढ़ाकर करें और दिन में भगवान गणेश के लिए व्रत करें। यह व्रत घर में सुख-समृद्धि लाने के उद्देश्य से किया जाता है।
चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। इसलिए चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का व्रत करने की भी परंपरा है। गणेश जी की पूजा और व्रत करने से भक्तों की बुद्धि तेज होती है। घर में सफलता का अर्थ है सुख-समृद्धि।
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को रविवार का कारक ग्रह माना गया है। सूर्य देव नवग्रहों के राजा हैं। जो लोग प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य देते हैं उनकी कुंडली के कई दोष शांत हो जाते हैं।
चतुर्थी तिथि को ऐसे करें पूजा-
सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद घर के मंदिर में गणेश पूजा करें। और भगवान गणेश की पूजा करने का संकल्प लें। श्री गणेशाय नमः मंत्र का जाप करें। फल और मिठाई का भोग लगाएं। दूर्वा, मालाओं से सजाएं। धूप-दीप जलाएं। आरती करें।
गणेश पूजा में भगवान के 12 नामों के मंत्र का जाप करने से पूजा जल्दी सफल हो सकती है|
सुबह गणेश पूजा के दौरान पूरे दिन उपवास रखें। अगर आप भूखे नहीं रह सकते तो फल खा सकते हैं। आप दूध और फलों के जूस का सेवन कर सकते हैं। दिन में गणेश जी की कथा पढ़ें या सुने। शाम को चंद्रमा के उदित होने पर चंद्रदेव को अर्घ्य दें और उनकी पूजा करें। भगवान गणेश की पूजा करें। इसके बाद भोजन करें।
 
 
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