Published By:धर्म पुराण डेस्क

सावन का पहला सोमवार, शुभ योग में कैसे करें शिव आराधना 

सावन माह भगवान को शिव जी को समर्पित माना जाता है। आज सावन का पहला सोमवार है। सावन के हर सोमवार का विशेष महत्व है। 

पुराणों के अनुसार महादेव को प्रसन्न करने के लिए सावन का माह सर्वोत्तम माना गया है. मान्यता है कि जो भक्त सावन सोमवार व्रत रख भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और पूरे विधि विधान से पूजा करता है उसके सारे दुख दूर हो जाते हैं। इस बार सावन में चार सोमवार पड़ेंगे। इस साल सावन के हर सोमवार व्रत की पूजा बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि चारों सोमवार पर शुभ योग बन रहे हैं।

सावन के सोमवार का व्रत और भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इस महीने में भक्त भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए तरह-तरह के प्रयास करते हैं। वैसे तो भगवान भोलेनाथ सब पर कृपा बरसाते हैं। 

पूजा- विधि ..

सुबह जल्दी उठ स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। भगवान शिव का और सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें। पुष्प अर्पित करें। भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाए। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।

शिवलिंग पर करें अर्पित ..

सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव पर जल, दूध, चीनी, केसर, इत्र, दही, देसी घी, चंदन, शहद और भांग आदि अर्पित किये जाते हैं जो शुभ फलदायक  होते हैं। 

ये न करें ..

* शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित न करें।

* शिवलिंग पर केवड़े और केतकी का पुष्प अर्पित नहीं करना चाहिए।

* भगवान शंकर की पूजा में तुलसी दल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। 

* भोलेनाथ को तुलसी दल नहीं चढ़ाया जाता है।

* भगवान शंकर की पूजा में हल्दी का इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है। 

* भगवान शंकर को नारियल पानी भी नहीं चढ़ाया जाता है।


 

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