Published By:धर्म पुराण डेस्क

शुक्र(वीनस) का राशिफल ..

मेष में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक रात्रि में अल्पदृष्टि वाला, विरोध में तत्पर, अशांत, ईर्ष्यालु, वेश्यागामी, अविश्वासी, चोर, नीच प्रकृति का व स्त्री के कारण बंधन में जाने वाला होता है |

वृष में- शुक्र(वीनस)  हो तो जातक कृषक, गंध–माल्य-वस्त्र युक्त, दाता, अपने बन्धुओं की पालना करने वाला, सुन्दर, धनी, अनेक विद्याओं का ज्ञाता, सबका हित करने वाला, गुणवान व परोपकारी होता है |

मिथुन में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक विज्ञान –कला शास्त्र का ज्ञाता ,चतुरता से बोलने वाला,कृतज्ञ, प्रसिद्ध, सुन्दर कामी, लेखक, कवि, प्रेमी, सज्जन, गीत-संगीत से धन प्राप्त करने वाला, देव –ब्राह्मण भक्त व स्थिर मैत्री रखने वाला होता है |

कर्क में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक रात धर्मरत, पंडित, बली, मृदु, प्रधान, इच्छित सुख व धन प्राप्त करने वाला, सुन्दर, डरपोक, अधिक स्त्रीसंग व मद्यपान से रोग पीड़ित होने वाला, अपने किसी वंश दोष के कारण दुखी होता है|

सिंह में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक स्त्री सेवी, अल्प पुत्र वाला, सुख–धन-आनंद से युक्त, बन्धु प्रेमी, परोपकारी, अधिक चिंताओं से रहित, गुरु–द्विज –आचार्य की सम्मति मानने वाला होता है |

कन्या में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक अल्प चिंता वाला, मृदु, निपुण, परोपकारी, कलाकुशल, स्त्री से बहुत मीठा बोलने वाला, तीर्थ व सभा में पंडित होता है |

तुला में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक परिश्रम से धन पैदा करने वाला, शूर, पुष्प–सुगंध –वस्त्र प्रेमी, विदेश में तत्पर, अपनी रक्षा करने में निपुण, कार्यों  में चपल, धनी, पुण्यवान, शोभनीय,  सौभाग्यवान, देव व द्विज की अर्चना से कीर्तिमान होता है |

वृश्चिक में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक विद्वेषी, नृशंस, अधर्मी, बकवास करने वाला, शठ, भाइयों से विरक्त, अप्रशंसनीय, पापी, हिंसक, दरिद्र, नीचता में तत्पर, गुप्तांग रोगी व शत्रु नाशक होता है |

धनु में- शुक्र(वीनस) हो तो जातक उत्तम धर्म-कर्म-धन से युक्त, जगत प्रिय, सुन्दर, श्रेष्ठ, कुल में धनी, विद्वान, मंत्री, ऊँचा शरीर, चतुर होता है |

मकर में-  शुक्र(वीनस) हो तो जातक व्यय के भय से संतप्त, दुर्बल देह, उम्र में बड़ी स्त्री में आसक्त, हृदय रोगी, धन का लोभी, लोभ वश असत्य बोल कर ठगने वाला, निपुण, क्लीव, दूसरे के धन की इच्छुक, दुखी, मूढ़, क्लेश सहन करने वाला होता है |

कुंभ में-  शुक्र(वीनस) हो तो जातक उद्वेग रोग तप्त, विफल कर्म में संलग्न , परस्त्रीगामी, विधर्मी, गुरु व पुत्रों से वैर करने वाला, स्नान –भोग –वस्त्राभूषणों से रहित व मलिन होता है |

मीन में-  शुक्र(वीनस) हो तो जातक दक्ष, दानी, गुणवान, महाधनी, शत्रुओं को नीचा दिखाने वाला, लोक में विख्यात, श्रेष्ठ, विशिष्ट कार्य करने वाला, राजा को प्रिय, वाग्मी व बुद्धिमान, सज्जनों से सम्मान पाने वाला, वचन का धनी, वंशधर व ज्ञानवान होता है |

(शुक्र(वीनस) पर किसी अन्य ग्रह(प्लेनेट) की युति या दृष्टि के प्रभाव से उपरोक्त राशि फल में परिवर्तन भी संभव है| )


 

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