Published By:धर्म पुराण डेस्क

जीवन में अचानक आ जाए मुसीबत तो समझिए इस ग्रह पर है उथल-पुथल..

- राहु इस समय मेष राशि में है|

- राहु के मंगल में गोचर से बढ़ेगी कठिनाई|

- धन की लगातार हानि, बीमारियों से घिरे रहने जैसी समस्याएं होंगी|

ज्योतिष में राहु को पाप ग्रह कहा गया है। कलियुग में इसे बहुत प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। राहु शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल देता है। 

लेकिन आमतौर पर यह माना जाता है कि अशुभ ग्रह होने से ही अशुभ फल मिलते हैं। 12 अप्रैल राहु की राशि में बड़ा बदलाव आया है। राहु वर्तमान में मेष राशि में चल रहा है।

राहु कितना अशुभ है..

राहु बहुत ही अशुभ ग्रह है। राहु अशुभ हो तो उसे आसानी से पहचाना जा सकता है। यह जानकर राहु का तुरंत उपचार कर लेना चाहिए, नहीं तो इसे बहुत बुरा फल देने में देर नहीं लगती। 

जीवन में जब ऐसी स्थितियां आती हैं, तो ये होते हैं खराब राहु के लक्षण:

धन की लगातार हानि, बीमारियों से घिरे रहना, बड़े भाई-बहनों के साथ संबंधों का बिगड़ना, शत्रुओं की संख्या में वृद्धि, प्रतिस्पर्धियों का उत्पीड़न, काम का बिगड़ना, घर का माहौल बिगड़ना, व्यसन, तनाव। 

ऐसे में राहु का उपाय तुरंत शुरू कर देना चाहिए। समय पर उपचार नहीं होने पर राहु के गंभीर परिणाम होते हैं।

राहु को कैसे प्रसन्न करें..

ज्योतिष में राहु को मायावी ग्रह बताया गया है। इस ग्रह को समझना बहुत कठिन माना जाता है। राहु को साहसी ग्रह भी कहा जाता है।

प्रतिदिन शिवलिंग पर त्रंबा के लोटे से जल चढ़ाएं, 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें।

प्रत्येक शनिवार को काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। अगर आपको काला कुत्ता नहीं मिल रहा है, तो किसी और को खिलाएं। 

किसी भी शुभ तिथि पर प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर शिवालय में जाकर शिवलिंग पर विल्व पत्र चढ़ाएं।

चांदी के सांपों की एक जोड़ी खरीदें और उन्हें नदी में प्रवाहित करें। काला दाना, कंबल दान करें।


 

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