Published By:धर्म पुराण डेस्क

पूजा करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान

पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर पूजा के समय इन बातों पर ध्यान न दिया जाए तो घर में दरिद्रता, बीमारी और अशांति आ सकती है।

हिंदू धर्म में पूजा का बहुत महत्व है। कहा जाता है कि पूजा करने से भक्तों पर भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है।

लेकिन अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग हमेशा शिकायत करते हैं कि पूजा तो करते हैं लेकिन पूजा का फल नहीं मिलता। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्यों हो रहा है।

ये गलतियां भगवान को गुस्सा दिलाती हैं ..

ऐसा इसलिए है क्योंकि पूजा के दौरान वे जाने-अनजाने कुछ गलती करते हैं। जिससे भगवान नाराज हो जाते हैं और भक्तों को पूजा का फल नहीं मिल पाता है। 

यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि पूजा करते समय आपको किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

पूजा करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान ..

- पूजा करते समय मन अपवित्र नहीं होना चाहिए। कहते हैं पूजा के दौरान मन में बुरे विचार आने से पूजा का फल नहीं मिलता है.

- पूजा में अगरबत्ती का प्रयोग न करें। बांस से बनी अगरबत्ती बिल्कुल नहीं जलानी चाहिए। क्योंकि इसका उपयोग अंतिम संस्कार में किया जाता है। इसलिए इसे अशुभ माना जाता है।

- पूजा के दौरान अगरबत्ती, अगरबत्ती जलाकर माचिस नहीं बुझानी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी घर से दूर हो जाती हैं।

- भगवान को स्नान कराते समय केवल उंगलियों का प्रयोग करें, अंगूठे का नहीं। ऐसा करने से भगवान नाराज हो जाते हैं और घर में विपत्ति आती है।

- पूजा की शुरुआत हमेशा गणेश जी की पूजा से करें। श्री गणेश को तुलसी के पत्ते कभी न चढ़ाएं। क्योंकि ऐसा करने से अपराध बोध होता है।

- पूजा के दौरान कभी भी दीपक नहीं जलाना चाहिए। ऐसा करने से घर में बीमारी हो सकती है।

- घर में पूजा करते समय हमेशा दो दीपक जलाएं, एक घी के लिए और दूसरा तेल के लिए।

- कभी भी जमीन पर दीपक न जलाएं। ऐसा करने से धन की बर्बादी होती है और घर में कलह होती है।

- केतकी का फूल कभी भी शिवजी को नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से काम बिगड़ सकता है।

- पूजा के दौरान कभी भी अगरबत्ती या अगरबत्ती को दीपक से न जलाएं। ऐसा करने से दरिद्रता आती है।

- पूजा में प्रयुक्त फूल सूख जाएं तो उन्हें फेंके नहीं बल्कि सूखे फूलों को पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें।

- आरती हमेशा पूजा के अंत में की जानी चाहिए और आरती के बाद एक ही स्थान पर तीन बार की जानी चाहिए।


 

धर्म जगत

SEE MORE...........