 Published By:धर्म पुराण डेस्क
 Published By:धर्म पुराण डेस्क
					 
					
                    
इस रत्न को धारण करने से दैवीय कृपा प्राप्त होती है। साथ ही व्यक्ति के साथ चल रही आर्थिक परेशानी भी दूर होती है।
पुखराज धारण करने से व्यक्ति को आर्थिक लाभ होने लगता है और वह अपने जीवन में उन्नति करने लगता है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति जीवन में लगातार कठिनाइयों का सामना कर रहा है, तो आप अपनी कुंडली देखकर पुखराज धारण कर सकते हैं। इस रत्न को धारण करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है, धन लाभ होने लगता है, आयु बढ़ती है और मान प्रतिष्ठा भी प्राप्त होती है।
पुखराज: कहा जाता है कि इस राशि के लोग अगर किसी ज्योतिषी की सलाह के बिना पुखराज धारण करते हैं तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र में ऐसे कई रत्नों का वर्णन किया गया है जो व्यक्ति को धन प्रदान करते हैं। ऐसा माना जाता है कि प्रत्येक रत्न किसी न किसी ग्रह से जुड़ा होता है।
पुखराज रत्न की बात करें तो इसका संबंध गुरु बृहस्पति से है। ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु की शुभ स्थिति होती है उसके जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है।
पुखराज रत्न को ज्ञान और बुद्धि का कारक माना जाता है। मान्यता है कि इसे धारण करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न है। यदि जातक की कुंडली में गुरु का प्रभाव हो तो इस रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार पुखराज बृहस्पति ग्रह का रत्न है। पीले रंग का यह रत्न बहुत कीमती होता है इसलिए इस रत्न की कार्यक्षमता भी बहुत अच्छी होती है।
इस राशि के लिए शुभ:
धनु और मीन राशि के जातकों के लिए पुखराज रत्न लाभकारी माना जाता है। इन राशियों का स्वामी ग्रह बृहस्पति है। पुखराज भी इस ग्रह का रत्न है।
मान्यता है कि इस रत्न को धारण करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यह धनु और मीन राशि के अलावा मेष, कर्क, वृश्चिक और सिंह के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
इस राशि के लोगों को इसे नहीं पहनना चाहिए ..
ज्योतिषियों के अनुसार वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि के लिए पुखराज शुभ नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि अगर इस राशि के लोग बिना किसी ज्योतिषी की सलाह के पुखराज धारण करते हैं तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुखराज धारण करने के लिए गुरुवार का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन रत्न की अंगूठी धारण करने से पहले उसे गंगाजल और दूध में अर्पित करें। इसके बाद भगवान विष्णु की विधिवत पूजा कर इसे धारण करें।
 
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024 
                                यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024 
                                लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024 
                                संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024 
                                आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024 
                                योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024 
                                भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024 
                                कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                