 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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इस माह में कई बड़े तीज-त्योहारों व शुभ विवाह मुहूर्त रहेंगे। विशाखा नक्षत्र से संबंध होने के कारण इसे वैशाख कहा जाता है, जो 16 मई तक रहेगा। भगवान विष्णु को माघ, कार्तिक और वैशाख महीने प्रिय हैं।
साथ ही इस महीने परशुराम जी की उपासना की जाती है। धर्म, तप, यज्ञ और स्नान-दान के लिए यह माह सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस दौरान छह दिन सर्वार्थ सिद्धि, एक अमृत सिद्धि, सात और आठ मई को शनि और पुष्य नक्षत्र योग रहेंगे इन योग में खरीदारी करना शुभ है।
इसमें प्याऊ और जल केंद्रों की स्थापना करना शुभ होता है। इस महीने वरुधिनी, मोहिनी एकादशी अक्षय तृतीया, गंगा सप्तमी, सतुवाई अमावस्या और वैशाखी पूर्णिमा आदि बड़े तीज-त्योहार रहेंगे, जिनमें किए गए शुभ कार्यों का अक्षय फल मिलता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग 28 अप्रैल शाम 6.27 से 29 अप्रैल रात्रि 12.30 बजे तक चार मई सूर्योदय से रात 12.38 बजे तक छह मई- सुबह 6.48 से रात 11-38 बजे तक 14 मई दोपहर 3:57 से रात्रि 1156 बजे तक 16 मई- दोपहर 156 से रात 12.50 बजे तक अमृत सिद्धि योग 29 अप्रैल को सूर्योदय से शाम 16.52 बजे तक। पुष्य नक्षत्र योग सात मई को सुबह 9.20 से आठ अप्रैल को सुबह 11.37 बजे तक।
वैशाख महीने में भगवान विष्णु को पंचामृत और तुलसी दल का भोग लगाया जाता है। वहीं सफेद और पीले पुष्प का पूजा में उपयोग करना चाहिए। वहीं इस माह प्यासे को पानी पिलाने से गंगा स्नान का फल मिलता है।
- 26 अप्रैल, मंगलवार- वरुधिनी एकादशी,
- 28 अप्रैल, गुरुवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण),
- 29 अप्रैल, शुक्रवार- मासिक शिवरात्रि,
- 30 अप्रैल, शनिवार- वैशाख अमावस्या, सूर्य ग्रहण,
- 3 मई, मंगलवार- अक्षय तृतीया,
- 12 मई, गुरुवार- मोहिनी एकादशी,
- 13 मई, शुक्रवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल),
- 15 मई, रविवार- वृक्ष संक्रांति,
- 16 मई, सोमवार- वैशाख पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण,
- 19 मई, गुरुवार- संकष्टी चतुर्थी,
- 25 मई, बुधवार- नरसिंह जयंती,
- 26 मई, गुरुवार- अपरा एकादशी,
- 27 मई, शुक्रवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण),
- 28 मई, शनिवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण),
- 30 मई, सोमवार- ज्येष्ठ अमावस्या,
- 11 जून, शनिवार- निर्जला एकादशी,
- 12 जून, रविवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल),
- 14 जून, मंगलवार- ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत,
- 15 जून, बुधवार- मिथुन संक्रांति,
- 17 जून, शुक्रवार- संकष्टी चतुर्थी,
- 24 जून, शुक्रवार- योगिनी एकादशी,
- 26 जून, रविवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण),
- 27 जून, सोमवार- मासिक शिवरात्रि,
- 29 जून, बुधवार- आषाढ़ अमावस्या,
 
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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