नभ पर रवि आये,
तारे सब छिप गये;
तन- मन खिल गये,
शुभ भोर आने से।
शिव का लगाये ध्यान,
करें वे कृपा महान;
हरते सभी संताप,
राम गुण गाने से।।
धरा सूर्य रश्मि पाय,
सर्व-जीव सुखदाय;
तन - मन हरषाय,
वाटिका में जाने से।
खुशी दिखे चहुँ ओर,
विमल दिवस कोर;
'कमल' सुखद भोर,
शिव को मनाने से ।।
कमल किशोर दुबे
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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