Published By:धर्म पुराण डेस्क

गुरुदेव का नाम: जन्म-जन्मांतर के कर्मों का नाशक

गुरुदेव द्वारा दिया गया नाम न केवल एक शक्तिशाली मंत्र है, बल्कि जन्म-जन्मांतर के संचित कर्मों को खत्म करने का साधन भी है। यह कैसे कार्य करता है, यह समझने के लिए, हमें अवचेतन मन की भूमिका को समझना होगा।

अवचेतन मन:

हमारे मन के दो भाग होते हैं - चेतन मन और अवचेतन मन। चेतन मन हमारे विचारों, भावनाओं और अनुभवों का सचेत हिस्सा है। अवचेतन मन, दूसरी ओर, हमारे विचारों, भावनाओं और अनुभवों का वह हिस्सा है जो हमारी सचेत जागरूकता से छिपा होता है।

कर्म कैसे काम करते हैं:

जब हम कोई कर्म करते हैं, तो उसका प्रभाव हमारे अवचेतन मन में जमा हो जाता है। ये कर्म हमारे विचारों, भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करते हैं। कुछ कर्म सकारात्मक होते हैं, जबकि कुछ नकारात्मक होते हैं। नकारात्मक कर्म हमें दुःख, पीड़ा और परेशानी देते हैं।

गुरुदेव का नाम कैसे काम करता है:

जब हम गुरुदेव द्वारा दिया गया नाम जप करते हैं, तो यह नाम हमारे अवचेतन मन में प्रवेश करता है। यह नाम हमारे अवचेतन मन में जमा हुए नकारात्मक कर्मों को धीरे-धीरे नष्ट करता है।

नाम जप के प्रभाव:

नाम जप के कई प्रभाव होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

मन की शांति।

एकाग्रता में वृद्धि।

नकारात्मक विचारों और भावनाओं को दूर करना।

आत्मविश्वास में वृद्धि।

आध्यात्मिक उन्नति।

जन्म-जन्मांतर के कर्मों का नाश।

नाम जप करते समय ध्यान रखने योग्य बातें-

* नाम जप हमेशा पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ करना चाहिए।

* जप करते समय एकाग्रता और मन की शांति महत्वपूर्ण है।

* जप के लिए निश्चित समय और स्थान का चयन करना चाहिए।

* जप की संख्या गुरु द्वारा निर्धारित की जाती है।

निष्कर्ष:

गुरुदेव द्वारा दिया गया नाम एक अमूल्य उपहार है। यह नाम हमें जन्म-जन्मांतर के कर्मों से मुक्ति दिलाकर आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष प्राप्त करने में मदद करता है।

अतिरिक्त जानकारी:

गुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग की पुस्तकें और वेबसाइट गुरुदेव के नाम के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने का एक अच्छा स्रोत हैं।

गुरुदेव का नाम जपने का तरीका जानने के लिए, गुरुदेव के शिष्यों से संपर्क करें।

जय गुरुदेव

धर्म जगत

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