 Published By:धर्म पुराण डेस्क
 Published By:धर्म पुराण डेस्क
					 
					
                    
प्रभु राम को तो सभी जानते हैं, लेकिन आइए हम आपको बताते हैं भगवान राम के परिवार की कुलदेवी बडी देवकाली माता के बारे में।
उत्तर प्रदेश के धार्मिक नगरी अयोध्या में रामलला मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है। ऐसे में अगर भगवान राम की कुलदेवी की बात न की जाए तो भक्तों के साथ अन्याय होगा।
अयोध्या का प्राचीन मां देवकाली मंदिर श्रद्धा का एक प्रमुख केंद्र है, जहां देश भर से भक्त विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान माता का दर्शन करने आते हैं।
माँ बड़ी देवकाली को भगवान श्री राम की कुलदेवी के रूप में जाना जाता है। श्री महाकाली, श्री महा लक्ष्मी और श्री महा सरस्वती एक ही शिला पर विराजमान हैं, जो यहां भक्तों के कल्याण के लिए है। यहां श्रद्धा से मांगी जाने वाली सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
धर्मनगरी अयोध्या के 14 कोस की परिधि के भीतर, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की कुलदेवी, जिन्हें बडी देव काली जी के नाम से जाना जाता है, विराजमान हैं। यह मंदिर अयोध्या धाम के राम मंदिर से करीब 4 किलोमीटर दूर फैजाबाद शहर में स्थित है। श्री महाकाली, श्री महालक्ष्मी और श्री महा सरस्वती यहां एक ही शिला पर विराजमान हैं।
ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम के पूर्वज महाराजा रघु ने अपनी देवी कुलदेवी श्री बड़ी देवकाली के तीनों रूपों की पूजा की थी। जब श्री राम का जन्म हुआ, तो माता कौशल्या ने अपनी कुलदेवी के तीनों रूपों की बाल रूप श्री राम के साथ यहां पूजा की।
यह प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर दूर-दूर से आने वाले भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम को जन्म देने के बाद, माता कौशल्या उनके साथ माता देवकाली को प्रणाम करने आई थीं। उसी तरह पुत्र होने के बाद लोग पुत्र के साथ माता देवकाली को प्रणाम करने आते हैं। भक्तों का मानना है कि मां देवकाली के मंदिर में लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024 
                                यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024 
                                लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024 
                                संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024 
                                आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024 
                                योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024 
                                भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024 
                                कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                