Published By:धर्म पुराण डेस्क

मकर संक्रांति का पुण्य काल, महाकाल ने किया तिल के उबटन से स्नान

देश भर में सोमवार को मकर संक्रांति का पर्व आस्था और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सूर्य के उत्तरायण होने पर लोग पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगा तिल-गुड़ का दान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को मकर संक्रांति पर्वकी बधाई दी है। मध्यप्रदेश में बाबा महाकाल समेत अन्य मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के सिद्धांत के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्य काल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पावन पर्व मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि प्रकृति के इस उत्सव पर उत्तरायण सूर्यदेव से कामना है कि वे देश के मेरे सभी परिवारजनों को सुख-समृद्धि, सौभाग्य और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करें।

मकर संक्रांति पर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल को तिल से बना उबटन लगाकर गर्म जल से स्नान कराया गया। स्नान-ध्यान के बाद भगवान का भांग, सूखे मेवे से शृंगार कर नए वस्त्र और आभूषण धारण कराए। तिली से बने पकवानों का भोग लगाकर आरती की।

संक्रांति पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिप्रा नदी में स्नान करने पहुंच रहे हैं। नर्मदापुरम, जबलपुर में भी नर्मदा के घाटों पर लोग स्नान - ध्यान के बाद दान पुण्य कर रहे हैं। रायसेन का भोजपुर मंदिर संक्रांति के लिए विशेष रुप से पतंगों और फूलों से सजाया गया है। भोजपुर मंदिर में रविवार को ही सुबह की आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे।

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