4 अगस्त 2023 को शुक्रवार को "विभुवन संकष्टी चतुर्थी" मनाई जाएगी। यह हिंदू धर्म के एक प्रमुख त्योहारों में से एक है जिसे भारत विभिन्न राज्यों में धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जाता है।
विभुवन संकष्टी चतुर्थी क्या है: विभुवन संकष्टी चतुर्थी एक हिंदू धार्मिक पर्व है जो गणेश जी को समर्पित होता है। यह त्योहार भारतीय पंचांग में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है और श्रावण मास के महीने में संपद्विचक नक्षत्र के दिन होता है। यह त्योहार गणेश जी के प्रिय हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए मनाया जाता है।
कार्यक्रम और परंपरा: विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन श्रद्धालु गणेश जी के मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करते हैं। भक्तगण गणेश जी के व्रत की कथा सुनते हैं और उन्हें व्रत के नियम और महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
पूजा-अर्चना के बाद, भक्तगण व्रत के फलस्वरूप गणेश जी को मिठाई और प्रसाद के रूप में अर्पण करते हैं। विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन विशेष भोजन के रूप में खिचड़ी, पूरी, हलवा आदि बनाए जाते हैं और भक्तगण इन्हें भगवान के भोजन के रूप में खाते हैं।
धार्मिक महत्व: विभुवन संकष्टी चतुर्थी को मनाकर भक्तगण गणेश जी से अपनी संपदा, सुख, समृद्धि, और सफलता की कामना करते हैं। यह व्रत भक्तगण को धार्मिकता और आध्यात्मिकता के माध्यम से संतुष्टि और शांति प्रदान करता है। इससे समाज में धार्मिकता और सभ्यता की भावना सुदृढ़ होती है और लोग अपने जीवन में ईमानदारी और सच्चाई का पालन करते हैं।
इस पवित्र दिन पर गणेश जी की आराधना करके हम सभी अपने जीवन में अधिक समृद्धि, सफलता, और सुख-शांति की कामना करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस त्योहार के द्वारा हम अपने अंतरंग मन को शुद्धि और समृद्धि की दिशा में प्रेरित करते हैं और भगवान के आशीर्वाद से अपने जीवन को सफलता और समृद्धि से भर देते हैं।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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