21 November 2024
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गुरुदेव का नाम: जन्म-जन्मांतर के कर्मों का नाशक
शरीर: आत्मा का मंदिर और आध्यात्मिक साधना का महत्व
"अज्ञान से मुक्ति: आध्यात्मिक दृष्टि का आवागमन"
ब्रह्मांड में जीवन: महाजीवन का अध्ययन
आत्मा की प्रेरणा: अवचेतन और भौतिक मन के संगम
शरीर और आत्मा: आध्यात्मिक साधना का महत्व
जीवात्मा जगत: नियम और अनुभव
शरीर: एक अन्तर्निहित सच्चाई
"आत्मा और परमात्मा: एक अद्वितीय संबंध"
ब्रह्म और आत्मा: अंतर्निहित ज्योति का साक्षी
षट्चक्र: एक आध्यात्मिक यात्रा
आत्मा की प्रक्रिया: सत् और असत् के बीच विचार
आत्मा की गहराइयों में एक अद्भुत सफर
आत्मा की ऊर्जा और भौतिक-मानसिक प्रगति
आत्मा: एक अद्वितीयता का अद्वितीय स्रोत
यत् पिण्डे तत् ब्रह्माण्डे: शारीरिक और आध्यात्मिक साक्षरता का अनुभव
मिले मन ….. भीतर भगवान
खुशबू का साक्षात् सम्बन्ध नासिका अर्थात प्राण-तत्त्व से क्यों है?
शरीर में स्थित चैतन्य को आत्मा और शरीर के बाहर विराट को परमात्मा
शरणागति: अंतिम साधना की महत्वपूर्ण बातें
चुप-साधन और समाधि में क्या अन्तर है
सत्य एक रूप से परमात्मा ही, सत्य वही है, जिसमें किसी प्रकार का परिवर्तन न किया जा सके
परमात्मा का ज्ञान ही तप, तप से मन की लालिमा दूर होती है
परमात्मा का अनंत रूप: भगवद्गीता का आध्यात्मिक संदेश
शरीर और आत्मा: अनन्त और अद्वितीय
जीव मात्र का स्वरूप: आत्मा
आत्मा: अद्वितीय सत्ता का अनुभव
जाग्रत् सुषुप्ति के क्या लक्षण हैं?
चित्त की एकाग्रता हेतु सर्व प्रथम आवश्यक है: 'निर्मलता'
मानवीय अस्तित्व और दिव्य परमात्मा के संबंध का अद्भुत अध्ययन
ईश्वर की लीला समझने के लिए क्या करें
भगवान के नाम की महिमा अपार है, अपरिमित है
भारत में अध्यात्मविद्या की प्रधानता
निज शुद्धात्मा में विशुद्धता का अनुष्ठान ही अध्यात्म है
सांसारिक सुख और पारमार्थिक आनंद: एक विश्लेषण
भगवान तो सब प्राणियों में सम हैं: फिर क्यों करते हैं दुष्टों का विनाश, जानें
शरीर की ममता को फेंक दें और आत्मनिर्भर बनें।
जब देहाध्यास हट जाता है, तब ममता भी हट जाती है
यौगिक चक्र: आध्यात्मिक ऊर्जा के संकेत
तीन संध्याएँ: आध्यात्मिक जीवन की महत्वपूर्ण दिशा
आत्मानुभव: अपने असली रूप की पहचान
मौनः शक्ति संचय का महान स्रोत
परमात्मा: एकता की अनुपमता का प्रतीक
त्रिकाल संध्या: आध्यात्मिक साधना का महत्व
मन को शांत करने के 6 उपाय | Bageshwar Dham Sarkar ke TIPS
Geeta Gyan: दुनिया में सबसे खुश हैं इस तरह के लोग, जानें BHAGWAT गीता के प्रेरक विचार
आध्यात्मिक आहार
नाद : अनंत का प्रथम द्योतक
दुर्लभ मनुष्य योनि
ईश्वर कहां है
वर्तमान परिस्थितियां हमने स्वयं उत्पन्न की है
भगवान को पुत्र के रूप में स्वीकार करना श्रेष्ठ
आत्मा और जीव में क्या भेद है ?
क्या स्वप्न के जीव के अंदर आत्मा नहीं होती ?
क्या आप जानते हैं कि मानव शरीर का बीज क्या है ?
पूर्ण ब्रह्म परमात्मा का ज्ञान किसके लिए
स्वप्न से सम्बंधित खुलासा
आत्मा निराकार परंतु परमात्मा शुद्ध साकार क्यों
स्वप्न जगत का दृष्टा एवं साक्षी कौन है?
माया का अनादि स्वरूप
कैसी होती है वैदिक शिक्षा - ज्ञानमयी विद्या का नाम सरस्वती
वैदिकों का आराध्य देव ईश्वर
ज्ञान से ही मुक्ति संभव है।
परमधाम का ज्ञान किसे प्राप्त होगा
आध्यात्म विज्ञान का नियामक है जो आत्म प्रज्ञा शून्य हैं, वे अवसाद को प्राप्त करते हैं
जितना झूठ-उतना टेंशन, जानिये समाज की विकृतियों का मूल
मन दर्पण के समान, एक बार में एक ही तत्व का चिंतन
ओम अक्षर में ही छिपा है परमात्मा का व्यक्त रूप, उच्चारण मात्र से होगी दिव्य अनुभूति
जैसा बीज वैसा फल, जैसे कर्म किए जाएंगे वैसा ही फल मिलेगा
ओ३म् जाप के तीन लाभ: निरामयता, निर्विकारता और निर्भयता
84 लाख योनियां एवं चार खंड
स्वसम वेद (महामति प्राणनाथ)
आध्यात्मिक सोपान: भाग - 2
आध्यात्मिक सोपान: भाग - 1
यह आत्मा ब्रह्म है
तीसरी आँख, intuition
सकारात्मक रवैया
मानसिक शांति कैसे प्राप्त करें
संयम की साधना करने से मिलती है विलक्षण शक्तियां
मरने वाला शरीर नहीं था आत्मा, फिर क्यों करते हैं शरीर रूप की पूजा
अगर आत्मा ही परमात्मा है तो दूसरे के मन की बातें बिना बताए क्यों नहीं जानती है?
मार्गदर्शक के रूप में माता
मन की शक्ति कैसे जागृत करें, मन की शक्ति का सही उपयोग कैसे होगा
पाप क्या है: पाप कितने प्रकार के होते हैं।
जानिए क्या है विज्ञानवाद, उदार मानववाद और स्वार्थपरता की वास्तविकता
अवचेतन मन में अपार संभावनाएं, नतीजों के लिए करें चुनौतियों का सामना
भगवन्नाम में अमोघ शक्ति है, भगवन्नाम के सदृश और कोई महत्त्वप्रद और पुण्यप्रद वस्तु नहीं
प्रार्थना क्या है, प्रार्थना में कितनी शक्ति है?
ईश्वर बंद नहीं है मठ में, वह तो व्याप रहा घट-घट में
शक्तिपात क्या है, साक्षात्कार कैसे होता है, जानिए कुण्डलिनी जागरण के बारे में
देव ऋण से उऋण कैसे हों? जानिए देव ऋण से मुक्ति की रीति-नीति
मृत्यु से डर क्यों?
अध्यात्म क्या है? जैन धर्म और अध्यात्म
आत्म-विकास क्या है? कैसे हो आत्मविकास
आत्म-शक्ति की दृढ़ता एवं सबलता सब जगह सफलता देती है।
आत्म-ज्ञान क्या है? आत्म-ज्ञान तक कैसे पहुंचे?
भगवान एवं भक्त का प्रेम अलौकिक है
केवल शास्त्र के आधार पर बातें नहीं करें अध्यात्म का अनुभव आत्मज्ञान भी जरूरी है
अच्छाइयां देखिए अच्छाइयां फैलेंगी
कर्मकांड से बड़ा है मानसिक यज्ञ
तुम ईश्वर को पूजते हो या शैतान को
निष्काम भाव से करें भगवान के नाम का जाप तभी होगा उद्धार
जानिए क्यों रामकृष्ण परमहंस अपनी धर्मपत्नी को काली माता के प्रत्यक्ष रूप में पूजते थे !
उठो! हिम्मत करो, जानिये क्यों शुभचिंतक हैं रूकावटें और कठिनाइयाँ
जीव के साथ जो ब्रह्म है, वह सत्य है या असत्य
अज्ञान की नींद के बाहर कैसे जाएं
समुद्र स्नान लाभदायक या हानिकारक, जानिये क्या कहता है धर्मशास्त्र?
अविनाशी अखंड सुख की अनुभूति कैसे होती है इसका मार्ग क्या है
अहिंसा सर्वोच्च धर्म
अपने साथ ईमानदार और सहज रहें
विनाशक और उपकारी - कथा
आदरपूर्वक देना और उसी की वस्तु उसी को देना 'अर्पण' कहलाता है
बुरा करना घातक है और बुरा सुनना पातक
क्या मृत्यु के बाद भी खत्म नहीं होती जाति
खल वंदना
भगवान के विराट रूप का वर्णन
श्रीकृष्ण को प्रिय बांसुरी…
मत्स्य भगवान और जल प्रलय
भगवान के सगुण स्वरूप और अवतार
क्रोध का परिणाम अच्छा नहीं होता, रिश्तों में क्रोध को कैसे दूर करें..
सुप्रीम बॉडी,सुप्रीम माइंड और सुप्रीम कॉन्शसनेस क्या है?....अतुल विनोद
क्या भगवान ने इस दुनिया को बनाया है?
भगवान को किसने बनाया? खुदा कहां से आया?
क्या ईश्वर मौजूद है, भगवान कहाँ है, क्या कोई भगवान है?
परमात्मा क्या है? आप भगवान की तलाश में हैं?
महाशक्ति कौन है, आदि शक्ति क्या है, शक्ति का महत्व..
अध्यात्मिक होने का अर्थ क्या है? क्या साधना उपासना करने से हम आध्यात्मिक हो जाते हैं? : अतुल विनोद
मन की तृप्ति और आत्मा तृप्ति। सुख और आनंद के भी पार ….अतुल विनोद
कामनाओं के पार ही मोक्ष है| लेकिन इच्छाओं के बिना कैसे जिया जाए? ......अतुल विनोद
सच्चाई जीवन की..
अभिलाष गुरुदेव साहेब जी का आध्यात्मिक चिंतन…
आत्म तत्व एवं चेतन…
अध्यात्म की आड़ में धन और ज़रूरतों से दूर भागना धर्म नहीं--------------- अतुल विनोद
देवी ही सृष्टिकर्ता है... देवी ही जगत गुरु है … परमात्मा की परमेश्वरी से ही पैदा होते हैं ब्रम्हा-वि...
क्या भोग और योग ... संसार और अध्यात्म एक साथ चल सकते हैं?.... अतुल विनोद
आध्यात्मिक समाजवाद..
रामचरितमानस ब्रह्म और माया, क्या संसार तमाशा है, ब्रह्म को कैसे जाना जा सकता है..
हम सूक्ष्म नहीं विराट हैं……..अतुल विनोद
जीव के ऊपर, किसकी सत्ता है..
स्वप्न के कर्ता को निराकार, मानने वालों से कुछ प्रश्न…
जीव की जड़ चेतन की गांठ, क्या है, कब खुलती है……
ध्यान क्या है…
संसार में दो प्रकार के जीव….
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क्या शारीरिक अक्षमता आध्यात्मिक पथ में बाधक है..
स्वप्न के जीव के चार प्रकार, शरीर एवं उनकी अवस्था…
स्वप्न जगत की चार शक्तियां...
मानव जीव को प्राप्त चार अनमोल वस्तु..
तुम्हारा कौन है...
परमात्मा शुद्ध साकार है..
आध्यात्मिक प्रश्न और उत्तर…...भाग - 12
सृष्टि की रचना के प्रमुख बिंदु..
चार प्रकार के प्रलय..
मानव तन की उपयोगिता...
दृष्टा आत्मा एवं मायावी मन....
ब्रह्मांड का आधार क्या है ..
अक्षर पुरुष एक बाजीगर...
आत्मा का रोग क्या है ...
साकार - निराकार दोनों, माया के रूप...
माया का आदि , अनादि रूप….
सृष्टि रचना का कारण…..
काया का जीव को प्रबोधन….
कर्म की उत्पत्ति….
आध्यात्मिक प्रश्न और उत्तर...
चित्त की निर्मलता से परमात्मा का मिलन..
सर्वत्र ब्रह्म की सत्ता….
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स्वप्न के जीव नींद के बाहर कैसे जाएंगे…
अध्यात्म क्या है, जीवन में आध्यात्मिकता क्यों ज़रूर है.. दिनेश मालवीय
जन-जन के प्रिय देवता श्री हनुमान- हर किसी को अपने लगते हैं- अनेक मुस्लिम भी हैं हनुमान भक्त -दिनेश म...
ईश्वर को सिर्फ याद करें, शिकायत और मांगे ना रखें..... अतुल विनोद
धर्म के स्वरूप.. दिनेश मालवीय
शांति का महान लक्ष्य, वृत्तियों पर लगाम और मन पर कंट्रोल का अध्यात्म विज्ञान- अतुल विनोद..
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को प्रकाशित करने वाले महर्षि वाल्मीकि... दिनेश मालवीय
अध्यात्म: स्त्री जाति के प्रति मातृभाव प्रबल करो, अर्जुन और शिवाजी ने पेश किए आदर्श..
ईश्वर को सिर्फ याद करें, शिकायतें और मांगे ना रखें..... अतुल विनोद
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