Published By:धर्म पुराण डेस्क

जय गुरुदेव: मातृ शक्ति, कुंडलिनी और सिद्धयोग का रहस्य

मातृ शक्ति: ब्रह्मांड की संचालिका

गुरुदेव सियाग कहते हैं, "जिस मातृ शक्ति को हम पूजते हैं, जो कुंडलिनी शक्ति हमारे अंदर कार्य कर रही है, वो शक्ति ही पूरे ब्रह्मांड को चलाती है। शक्ति के बिना कुछ भी संभव नहीं है। राधा के बिना कृष्ण अधूरे हैं। इसलिए मात्र शक्ति को पहचानो। जब तक मातृ शक्ति को नहीं पहिचानो गए तब तक साधना सफल नहीं होती है।"

कुंडलिनी शक्ति: आध्यात्मिक उन्नति की कुंजी

मातृ शक्ति या कुंडलिनी शक्ति हमारे शरीर में स्थित एक अदृश्य ऊर्जा है। यह ऊर्जा हमारी रीढ़ की हड्डी के आधार में कुंडली के रूप में स्थित होती है। जब कुंडलिनी जागृत होती है, तो यह हमारे शरीर में स्थित ऊर्जा केंद्रों (चक्रों) को सक्रिय करती है। इस क्रिया से आध्यात्मिक उन्नति और आत्म-साक्षात्कार की प्राप्ति होती है।

सिद्धयोग: मातृ शक्ति को जागृत करने का मार्ग

सिद्धयोग एक प्राचीन आध्यात्मिक विद्या है जो मातृ शक्ति को जागृत करने और आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने का मार्ग दिखाती है। यह विद्या गुरु-शिष्य परंपरा में दी जाती है। सिद्धयोग में गुरुदेव साधक को शक्तिपात दीक्षा देते हैं, जिससे कुण्डलिनी जागृत होती है।

सिद्धयोग के लाभ:

शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य में सुधार

रोगों से मुक्ति,

नशों से मुक्ति,

एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि,

आत्म-साक्षात्कार,

मोक्ष,

सिद्धयोग का अभ्यास:

सिद्धयोग का अभ्यास करने के लिए गुरुदेव सियाग द्वारा बताए गए तरीकों का पालन करना आवश्यक है। इन तरीकों में शामिल हैं:

ध्यान,

मंत्र जप,

योगासन,

प्राणायाम,

यम-नियम,

गुरुदेव सियाग:

गुरुदेव सियाग एक महान आध्यात्मिक गुरु हैं जिन्होंने हजारों लोगों को सिद्धयोग की दीक्षा दी है। गुरुदेव का जीवन लोगों को मातृ शक्ति के महत्व और सिद्धयोग के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।

निष्कर्ष:

मातृ शक्ति ब्रह्मांड की संचालिका है। कुंडलिनी शक्ति मातृ शक्ति का ही एक रूप है। सिद्धयोग कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने और आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने का मार्ग है। गुरुदेव सियाग सिद्धयोग के माध्यम से लोगों को मातृ शक्ति के महत्व और आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने का मार्ग दिखा रहे हैं।

नोट:

इस जानकारी को अधिक विस्तार से जानने के लिए, गुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग की पुस्तकें और वेबसाइट देखें।

सिद्धयोग की दीक्षा प्राप्त करने के लिए, गुरुदेव के शिष्यों से संपर्क करें।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:

सिद्धयोग निःशुल्क है।

सिद्धयोग का अभ्यास करने के लिए पूर्ण समर्पण आवश्यक है।

गुरुदेव सियाग के बारे में अधिक जानकारी के लिए, उनकी वेबसाइट [अमान्य यूआरएल हटाया गया] पर जाएं।

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