Published By:धर्म पुराण डेस्क

श्री श्री परमहंस योगानंद के अनमोल विचार

योगी और ध्यान के महान गुरु श्री श्री परमहंस योगानंद ने अपने जीवन के दौरान अनगिनत अद्भुत विचार प्रस्तुत किए। उनके विचार हमें जीवन में नये दिशा देने के साथ ही आत्मा के अद्वितीयता और ब्रह्म के अनन्तता की अद्वितीय ज्ञान को भी प्रदान करते हैं। इस लेख में हम उनके कुछ महत्वपूर्ण विचारों को जानेंगे जो हमें आध्यात्मिक और आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।

ईश्वरीय उपलब्धि: "ईश्वर की खोज में केवल वही सफल होता है जो पहले से ही ईश्वर में विद्यमान था।"

योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे रहना चाहिए, लेकिन इसे ध्यान से और प्रेम से करना चाहिए। ईश्वर उसी के पास होता है जो उसे ढूंढ रहा होता है, और यह प्रेम और समर्पण से होता है।

आत्मज्ञान का महत्व: "आप दूसरों की यात्रा कर सकते हैं, लेकिन आपकी आत्मा की यात्रा आपके अंतर के अंतर तक ही सीमित होती है।"

योगानंद जी के अनुसार, आत्मज्ञान हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण ध्येय होना चाहिए। हमें अपनी आत्मा के साथ संवाद करना चाहिए और उसके गहराई को समझने का प्रयास करना चाहिए।

ध्यान का महत्व: "ध्यान ही सम्पूर्ण जीवन की जड़ है, और ध्यान ही सच्चे आनंद की खोज है।"

ध्यान योगानंद जी के अनुसार हमें अपनी आत्मा के साथ जोड़ने का एक प्रमुख माध्यम है। ध्यान के माध्यम से हम अपने मन को शांति और स्थिरता में लाते हैं और अपनी आत्मा के साथ एकीभाव में रहते हैं।

प्रेम का महत्व: "प्रेम ही ईश्वर की साकार रूपता है, और प्रेम ही सबकुछ है।"

प्रेम योगानंद जी के अनुसार एक अत्यंत महत्वपूर्ण गुण है जो हमें ईश्वर के प्रति समर्पित बनाता है। प्रेम के माध्यम से हम आत्मा को पहचानते हैं और दूसरों के प्रति सहानुभूति और समर्थता बढ़ाते हैं।

समर्थन का महत्व: "सभी भला कर सकते हैं, लेकिन कुछ भी विनाश करने की योजना ना बनाएं।"

योगानंद जी कहते हैं कि हमें समर्थन और साहस की आवश्यकता है जब हम अच्छे कार्य करने का निर्णय लेते हैं। हमें अपनी क्षमताओं का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए समर्थ होना चाहिए।

योगानंद जी के विचार हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं में अग्रणी बनाने का मार्गदर्शन करते हैं और हमें आत्मा के अद्वितीयता के महत्व की अवगति कराते हैं। इन विचारों को अपनाकर हम अपने जीवन को आत्मा की ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं और सच्चे आनंद की प्राप्ति कर सकते हैं।

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