Published By:धर्म पुराण डेस्क

अक्षय नवमी: जानिए क्यों होती है आंवले के पेड़ की पूजा? क्या है महत्व?

अक्षय नवमी को आंवला नवमी भी कहा जाता है। अक्षय नवमी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाई जाती है। इस साल अक्षय नवमी 2 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन श्री हरि, भगवान विष्णु और आंवले के वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है। 

हिंदू मान्यताओं के अनुसार आंवले के पेड़ में स्वयं भगवान विष्णु वास करते हैं। इसलिए अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से शुभ फल मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्षय नवमी के दिन आंवला का चमत्कारी उपाय करने से धन संबंधी परेशानियां दूर हो सकती हैं। 

अगर आप भी आर्थिक तौर पर मुश्किलों का सामना कर रहे हैं तो अक्षय नवमी पर करें ये खास उपाय-

गरीबों को भोजन कराने से पुण्य- 

अक्षय नवमी के अवसर पर गरीबों को भोजन कराने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को आंवले के पेड़ की छाया में भोजन करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। जो लोग इस उपाय का अभ्यास करते हैं उनके घरों में कभी भी भोजन और धन की कमी नहीं होती है।

हरे कपड़े में आंवले के बीज- 

आंवले के बीजों को हरे कपड़े में अपने साथ रखने से आर्थिक लाभ होता है। इस बंडल को आप किसी तिजोरी या पैसे वाली जगह पर भी रख सकते हैं। अगर आप बिजनेसमैन हैं तो आंवले के बीजों की बंधी हुई पोटली को अपने गले में पहन सकते हैं। ऐसा करने से आपका बिजनेस कभी नहीं छूटेगा।

आंवले के पत्ते पर स्वास्तिक- 

अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ के पत्ते पर हल्दी का स्वास्तिक बनाकर अपने घर के मुख्य द्वार पर लटका दें। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी और तनाव या झगड़े की समस्या भी दूर होगी।

आंवला का पेड़ लगाएं- 

अक्षय नवमी के त्योहार पर अपने घर के आसपास आंवले का पेड़ लगाना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि घर के सामने आंवले का पेड़ लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता और घर में सुख-समृद्धि आती है। आंवले का पेड़ लगाते समय वास्तु नियमों की अनदेखी न करें।


 

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