दोस्तों आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे आसन के बारे में जो बेहद आसान है लेकिन अनेक रोगों की रामबाण दवा है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं पवनमुक्तासन के बारे में। पवनमुक्तासन से शुगर ठीक होती है साथ ही संपूर्ण स्वास्थ्य में भी फायदा होता है।
योगाचार्य वेद लक्ष्मीकांत दीक्षित के अनुसार ..
पवनमुक्तासन-
पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को सामने सीधा पसारें और दोनों हाथों को सिर की ओर लम्बा पसारें. फेफड़ों में श्वास भरें (पूरक). दाहिने पैर को सीधा ऊपर की ओर खड़ा करें और घुटने से मोड़े. फिर दोनों हथेलियों से घुटने को गुम्फित (बांध) कर पेट व छाती पर दबाव डालें और बाएं पांव को आगे सीधा तना हुआ रखें.
शरीर तना रहे. फिर श्वास को बाहर निकालते हुए (रेचक) सिर को उठाकर घुटने से ठुड्डियां नाक को लगाएं. जितने समय श्वास को बाहर रोक सके, रोकें. फिर जब श्वास भरना हो तो सिर को पीछे भूमि पर रखें और श्वास भर लें. हाथ ऊपर पसारें और पांव को भी ऊपर उठा लें.
अब बाएं पांव को भूमि पर पसार कर पूर्व स्थिति में आ जाएं. इसी विधि से बाएं पांव से करें. इसे 10 से 15 चक्र करें. गर्भवती महिला न करें.
लाभ-
इसके अभ्यास से यकृत, प्लीहा, वृक्क, मलाशय, मूत्राशय एवं यौन ग्रंथियां सक्रिय होती हैं, जिससे उनकी कार्यकुशलता में वृद्धि होती है. अग्नाशय इसके अभ्यास से प्रभावित होता है जिससे इंसुलिन नामक अन्त:स्राव (Hormone) का संतुलन बना रहता है जिससे मधुमेह के रोगियों को अच्छा लाभ होता है.
शारीरिक-मानसिक कार्य करने की अनिच्छा, थकान, सुस्ती, चिड़चिड़ापन, वायु (Gas) के कारण उत्पन्न अनिद्रा दूर होती है. इस प्रकार पवनमुक्तासन तनाव से भी मुक्ति दिलाता है जो मधुमेह के कारणों में से एक है.
परहेज-
कम खाएं, गम खाएं. नकारात्मक सोच त्यागें, सकारात्मक सोच अपनाएं और मधुमेह से मुक्ति पाएं. कम खाने से अग्नाशय स्वस्थ रहकर यथेष्ट मात्रा में एवं कार्यक्षम इंसुलिन उत्पन्न करेगा और मोटापे भी बचेंगे.
गम खाने से चिंता, क्रोध आदि नकारात्मक व चिंतन से दूर रहकर तनाव मुक्त रहेंगे. मनोयोग पूर्वक योगाभ्यास, प्रसन्नता, आहार संयम और सर्वदा प्रफुल्ल चित्त सकारात्मक रचना में व्यस्त रहने से मधुमेह से मुक्ति संभव है. योग के साथ गेहूं के ज्वारों का रसपान करें और सदा-सदा के लिए मधुमेह से निश्चित मुक्ति पाएं.
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024