Published By:धर्म पुराण डेस्क

प्रोस्टेट कैंसर को फैलने से रोकेगी अस्थमा की दवा

ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने शोध अध्ययनों से इस नतीजे पर पहुंचने में सफलता पाई है कि अस्थमा के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली ड्रग प्रोस्टेट कैंसर को मरीज के शरीर में हड्डियों तक फैलने से रोकती है। एक बार प्रोस्टेट कैंसर की गठान बोन मैरो में पहुंच जाए तो इस अवस्था में इलाज करना असंभव हो जाता है।

क्यों फैलता है यह कैंसर हड्डियों तक-

यॉर्क यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के मुताबिक बोन मैरो में एक प्रोटीन होता है जो रक्त में मौजूद प्रोस्टेट कैंसर सेल्स के लिए मैग्नेटिक डॉकिंग स्टेशन का काम करता है। उन्होंने एक नॉन टॉक्सिक ड्रग ब्रांड नेम अभी उजागर नहीं है (एएस1517499) जो एलर्जिक अस्थमा को ठीक करने हेतु उपयोग की जाती है, उसको हड्डी तक पहुंच चुके कैंसर की ग्रोथ को रोकने में समर्थ बताया है।

यॉर्क यूनिवर्सिटी में मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के चेयरमैन प्रोफेसर नॉर्मन मैटलैंड के मुताबिक प्रोस्टेट कैंसर के सेल्स रक्त में स्पेस शिप्स की तरह पूरे शरीर में उपयुक्त स्थान की तलाश करते रहते हैं ताकि वहां स्थापित होकर अपनी नई कॉलोनी बसा सके। यदि प्रोस्टेट कैंसर के सेल्स को पूरे शरीर में टिकने और बसने के लिए कोई उपयुक्त स्थान नहीं मिलेगा तो वह बस यूं ही बिना कोई नुकसान पहुंचाए शरीर में दौड़ लगाता रहेगा।

बोन प्रोटीन हैं जिम्मेदार-

रोगी के शरीर की हड्डियों में स्थित बोन मैरो में मौजूद कुछ प्रोटीन 'मैग्नेटिक डॉकिंग स्टेशन' की तरह काम करते हैं। एक बार प्रोस्टेट कैंसर के सेल्स को अनुकूल स्थान मिल जाता है तो सेल का न्यूक्लियस वहां रुक जाता है और अपनी वृद्धि करने लगता है। यही वजह है कि प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित 80 प्रतिशत पुरुष हड्डी में बढ़ रही कैंसर की गठान के शिकार हो जाते हैं।

धर्म जगत

SEE MORE...........