Published By:धर्म पुराण डेस्क

दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन के लिए आयुर्वेदिक सूत्र

प्रस्तावना:

हम सभी दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं, और आयुर्वेद द्वारा यह संभव भी है। इस लेख में, हम देखेंगे कुछ आयुर्वेदिक सूत्र जो हमें स्वस्थ और दीर्घ जीवन की दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं।

नियमों का पालन-

प्रातः काल की शुरुआत:

* ईश्वर का स्मरण करें और रात्रि में तांबे के बर्तन में रखे जल को छानकर पीना शुरू करें।

* नंगे पैर घूमने जाएं और हल्का व्यायाम करें।

स्वच्छता का ध्यान:

* स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें।

* स्नान से पहले सरसों के तेल से मालिश करें।

आहार और पीना:

* असमय और अधिक भोजन से बचें।

* ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन करें।

* पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं और उबाल छानकर पीना भी फायदेमंद है।

अधिक तले और असुविधाजनक आहार से बचें:

* तले, खट्टे-मीठे, और मिर्च-मसालेदार पदार्थों का सेवन कम करें।

* विशेषकर, चाय, काफी, धूम्रपान, और शराब से परहेज रखें।

आयुर्वेदिक उपाय-

हर्बल दिनचर्या:

* मौसमी फलों और ताजे छाछ का सेवन करें।

* त्रिफला चूर्ण और पीपर के साथ गुड़ मिलाकर रोजाना सेवन करें।

आयुर्वेदिक मालिश:

* सरसों के तेल से पूरे शरीर की मालिश करें।

* रात्रि में सोने से पहले गाय के दूध में मुनक्का मिलाकर पीना भी उपयुक्त है।

जीवनशैली नियंत्रण:

* तनाव को कम करने के लिए प्रयासरत रहें।

* सप्ताह में एक दिन उपवास करें।

निष्कर्ष:

आयुर्वेद के उपचार से हम दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन की प्राप्ति कर सकते हैं। उपरोक्त आयुर्वेदिक सूत्रों का पालन करके, हम सभी रोगों से बचकर सकारात्मक और सुरक्षित जीवन जी सकते हैं।

धर्म जगत

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