 Published By:धर्म पुराण डेस्क
 Published By:धर्म पुराण डेस्क
					 
					
                    
भगवान के गुण जानने के प्रेमी हैं, गंगा और विश्वनाथ मानकर माता-पिता की सेवा करते हैं, परनिन्दा नहीं करते। जो सबके हित की बात ही कहते हैं, गुण ग्रहण करते हैं, सब प्राणियों में आत्मबुद्धि रखते हैं, शत्रु-मित्र में समदर्शी हैं, सत्यवादी हैं तथा संतों की सेवा करने वाले हैं, गो-ब्राह्मण की सेवा करते हैं, तीर्थों को मानते हैं, दूसरे की उन्नति देखकर प्रसन्न होते हैं।
वृक्ष आदि लगाते हैं, कुआँ-तालाब बनाते हैं, मंदिर बनाते हैं, गायत्री जपते हैं, पुराणादि को श्रद्धा पूर्वक सुनते-पढ़ते हैं। हरिनाम सुनते ही जिनको बड़ा आनन्द होता है। शरीर पुलकित होता है।
तुलसी जी में भक्ति है, जो अतिथि की सेवा करते हैं। भगवान शिव में प्रीति, भक्ति रखते हैं। शिव का पूजन करते हैं। रुद्राक्ष और त्रिपुण्ड्र धारण करते हैं, हरिनाम और शिव नाम कीर्तन करते हैं। देवाधिदेव शिव और परमात्मा विष्णु में विभिन्न भाव रखते हैं।
शिवपंचाक्षर जपते हैं, एकादशीव्रत करते हैं। गो दान करते हैं और सब कर्म केवल मेरे ही (भगवान के लिये ही) करते हैं। ये सब लक्षण जिनमें हैं वे भागवतों में उत्तम हैं।
 
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024 
                                यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024 
                                लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024 
                                संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024 
                                आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024 
                                योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024 
                                भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024 
                                कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                