Published By:धर्म पुराण डेस्क

शरीर जब प्रेशर कुकर बन जाता है तब होता है ब्लड प्रेशर

ब्लड प्रेशर एक आम बीमारी बन गई है भले ही ब्लड प्रेशर आम बीमारी बन गई है लेकिन यह जीवन के लिए बहुत रिस्की बीमारी है| ब्लड प्रेशर कभी भी प्रेशर कुकर की तरह फट सकता है इसलिए ब्लड प्रेशर को जानना समझना और उचित उपचार कराना जरूरी है।

ब्लड प्रेशर और प्रेशर कुकर-

एक जैनाचार्य का वक्तव्य सुनने का सुनहरा मौका मुझे मिला था. विषय था 'ब्लड प्रेशर एवं प्रेशर कुकर', जैन मुनि ने कहा था कि वर्तमान युग में प्रत्येक गृह में जिस तरह प्रेशर कुकर विद्यमान है, उसी तरह ही प्रत्येक घर में ब्लड प्रेशर भी विद्यमान है. 

प्रेशर कुकर को रुपया से खरीदा जा सकता है मगर ब्लड प्रेशर धन से नहीं खरीदा जा सकता, यह तो चिंता, क्रोध, असंयमी जीवन, जागरण, सतत कार्य व्यस्तता, व्यसन, मैथुन (विलासी जीवन) इत्यादि अनेक कारणों से खरीदा जा सकता है. 

उच्च रक्तचाप से हेमरेज होने की पूर्ण संभावना रहती है, जो मृत्यु का सूचक है. मानस रोगों में ब्लड प्रेशर एक महत्व का लक्षण माना गया है. यह स्वतंत्र व्याधि नहीं है. अनेक रोगों में लक्षण स्वरूप मिलता है. काम क्रोधादि मानसिक आवेगों में उच्च रक्तचाप की पूर्ण संभावना रहती है. 

प्रेशर कुकर में पानी के साथ दाल सब्जी गर्म होती है. गर्म हवा पैदा होती है. अधिकतर गर्म हवा वाल्व द्वारा अपने आप ही बाहर निकल जाती है, जिससे कुकर स्थित आहार का पाक व्यवस्थित बनेगा और कुकर को हानि नहीं होगी. ठीक यही स्थिति ब्लड प्रेशर की है. अत्यधिक प्रेशर से कुकर फट जाता है. उसी तरह अधिकतम ब्लड प्रेशर से मस्तिष्क की धमनी फट जाती है, जिस कारण मूर्च्छा+संन्यास उत्पन्न होता है, रक्तचाप होकर मृत्यु हो जाती है.

 

 

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