Published By:अतुल विनोद
बिजनेस में सफलता नहीं मिलेगी यदि इन बातों का ख्याल न रखा ? कुछ काम के नियम - अतुल विनोद
आप अपनी सफलता के लिए कितना धन दाव पर लगा सकते हैं?
आप जो प्राप्त करना चाहते हैं उसके लिए आप कितना दे सकते हैं? क्या आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकल सकते हैं? क्या आप अपनी क्षमता से अधिक कार्य कर सकते हैं? क्या आप अपनी व्यक्तिगत खुशियों , पसंद , नापसंद को पीछे रख सकते हैं ? और सबसे बड़ी बात यह है कि जो भी कार्य आप कर रहे हैं, क्या वह आपके लिए सही है? क्या वह आपकी जरूरतों को पूरा करता है? क्या आप उसके योग्य हैं? कोई भी ऐसा व्यवसाय या कार्य न चुनें जो आपकी क्षमताओं से मैच नहीं करता, आमतौर पर लोग सबसे बड़ी गलती यही करते हैं कि वह अपनी रुचि और योग्यता के विपरीत कार्य का चुनाव कर लेते हैं| बाजार प्रतिस्पर्धा से भरा हुआ है और प्रतिस्पर्धा के इस दौर में यदि आप अपने प्रतिस्पर्धी से बेहतर नहीं कर सकते, बेहतर नहीं दे सकते, तो फिर आपको क्षेत्र में उतरने का कोई फायदा नहीं होगा|
यदि आप अपने कार्य को लेकर सचेत नहीं है, और आप बिना प्लान के मार्केट में उतर जाते हैं, तब भी आपको असफलता का सामना करना पड़ सकता है| हम लोग जो काम शुरू करते हैं, क्या उस काम के लिए हमारे पास बुनियादी सुविधाएं हैं, क्या हमारे पास उस कार्य को संचालित करने की जरूरी सामग्री व जरूरी व्यवस्थाएं हैं?
क्या आप जानते हैं कि आप जो कार्य कर रहे हैं भविष्य में उसमे किस तरह की चुनौतियां आ सकती हैं? किस तरह की ज़रूरतें खड़ी हो सकती हैं? और उस कार्य को करने में ज्यादा से ज्यादा क्या रिस्क है? क्या आप उसको सहन करने में सक्षम है? सफल लोगों की जीवनी पढ़कर उस तरह का बनने का ख्वाब पालना आसान है, सफलता की कहानियां एक पेज में सिमट जाती है लेकिन शिखर को प्राप्त करने में सदियां गुजर जाती हैं| इस बात को याद रखें कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, सफलता के लिए व्यक्ति को कई स्तरों पर मूल्य चुकाना पड़ता है, और जब तक आप मूल्य चुकाने के लिए तैयार नहीं है, तब तक आप किसी लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे यह आपका भ्रम ही होगा|
कभी भी एकदम से बड़ा कदम मत रखिए, छोटे छोटे कदम उठाइए, छोटे स्तर पर किसी कार्य को शुरू कीजिए, छोटे छोटे कदम एक दिन आपको सफलता की बड़ी सीढ़ी तक ले जाएंगे, एक बार आप किसी स्तर पर पहुंच जाते हैं तो फिर उसके आगे बढ़ना आसान होता है|
सफल व्यक्ति हमेशा अपनी गलतियों से सीखते हैं, असफलता से निराश ना हो उससे सीखे और फिर आगे बढ़ जायें, दूसरों को अपनी असफलता का दोष ना दें, अपनी कमियों को पहचानने की कोशिश करते रहे, जो लोग आपके क्षेत्र में सफल है उन लोगों से सीखने की कोशिश करें, ऐसे मार्गदर्शक को खोजें जो आपको आपके क्षेत्र में और अधिक योग्य बना सकें, सही रास्ता दिखा सकें, अपने आप को उस क्षेत्र में लगातार योग्य बनाते रहें, प्रशिक्षण लेने की कोई उम्र नहीं होती, आपको जब भी किसी क्षेत्र में अग्रणी बनना है, तो आपको योग्य भी बना होता है| हमेशा ध्यान रखें कि बिजनेस से जो भी आप कमायें उसका ज्यादातर हिस्सा उसी बिजनेस में लगा दें |
बिजनेस से कमाए गए पैसे को अपनी सुख-सुविधाओं के लिए खर्च ना करें, अपने खर्चों को सीमित करें, और कमाए गए पैसों को अपनी ग्रोथ के लिए खर्च करें ना कि कम्फर्ट बटोरने में| कोई भी कार्य शुरू करने से पहले उसके लिए जरूरी रकम का पहले से ही इंतजाम कर लें, जो भी कार्य आप शुरू करें उसके लिए एक सशक्त टीम का निर्माण करें| यदि आपकी टीम में अयोग्य लोग होंगे तो आपको असफलता के करीब पहुंचा देंगे, अपनी टीम को मोटिवेट करते रहें, उनकी योग्यता बढ़ाने का हमेशा प्रयास करें और उन्हें सही ढंग से ट्रीट करें, क्योंकि आपके एंप्लाइज आपके आधार स्तंभ है| अपने कस्टमर्स का हमेशा ख्याल रखें, उनका फीडबैक लेते रहें, एक ऐसा सिस्टम बनाए जिससे आपके कस्टमर्स का फीडबैक आप तक पहुंचे, हमेशा अपने उत्पाद को श्रेष्ठ और बेहतर बनाने के साथ-साथ उसे लोगों तक पहुंचाने की एक स्पष्ट और रणनीति रखें, अपने कार्य में पारदर्शिता रखें, याद रखिए आपकी प्रतिबद्धता,पारदर्शिता और आपकी सेवा ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण होती है| यदि आप तात्कालिक फायदे के लिए लोगों से गलत वायदे करेंगे, अपने प्रोडक्ट के निर्माण में कोई कमी रखेंगे या किसी तरह की चीटिंग करेंगे तो इसका लांगटर्म नुकसान आपको उठाना पड़ेगा| यदि कस्टमर्स के बीच आपको विश्वास बनाना है तो आप अपने सिद्धांतों से कभी समझौता ना करें, समय-समय पर प्रोफेशनल्स की हेल्प लेते रहे, सारे काम खुद ना करें, विशेषज्ञों की एक लिस्ट तैयार करें, उनमें से कुछ विशेषज्ञों से व्यक्तिगत संबंध स्थापित करें, और उनसे समय-समय पर सलाह मशविरा करते रहें| अपने बिजनेस को पूरी तरह से स्थानीय नियम कानून व कायदों के अनुसार ही चलाएं| टैक्स के नियमों को समझें और टैक्स की अदायगी समय पर करें| एक आईडिया यदि एक समय पर कार्य कर गया तो यह न समझे कि वही आइडिया हमेशा कार्य करेगा, हमेशा नए नए आइडियाज को खोजते रहें, याद रखिये वही कंपनी सफल होती है, जो अपने ग्राहकों की जरूरत पहचानती है, और समय के अनुसार अपने आप को अपडेट और अपग्रेड करती रहती है| अपने ग्राहक को कभी भी हल्के में ना लें, हर एक ग्राहक को महत्वपूर्ण माने, भारतीय संस्कृति में ग्राहक को भगवान का दर्जा इसीलिए दिया गया है|
एक ग्राहक आपके दरवाजे से निराश होकर लौटता है तो वह कई ग्राहकों को आपसे तोड़ देता है| एक ग्राहक आपसे संतुष्ट होकर जाता है तो वह आपके साथ कई ग्राहकों को जोड़ देता है| हमेशा सकारात्मक रहें और बड़ा सोचें| भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए रणनीतियां बनाएं और आज से ही उन पर निवेश शुरू कर दें| यदि आप भविष्य की जरूरतों को नहीं समझेंगे तो एक समय बाद आपका व्यवसाय उस वक्त की जरूरतों के हिसाब से प्रोडक्शन नहीं देगा और आप मार्केट से आउट हो जाएंगे|
अतुल विनोद