Published By:धर्म पुराण डेस्क

चांगुनारायण मंदिर: विश्व धरोहर स्थलों का अद्वितीय स्वरूप

चांगुनारायण मंदिर-

ऐतिहासिक महत्व:

चांगुनारायण मंदिर नेपाल का 1400 साल पुराना हिंदू मंदिर है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान विष्णु के साथ ही भगवान शिव, अष्ट मातृका, छिन्नमस्ता, किलेश्वर, और कृष्ण के मंदिर भी स्थित है।

प्राचीन शिलालेख:

मंदिर में स्थित प्रवेश द्वार पर नेपाल का सबसे पुराना शिलालेख है जो 464 ई. में लिच्छवी राजा मनदेव द्वारा बनवाया गया था।

संग्रहालय:

मंदिर के पास स्थित निजी संग्रहालय में प्राचीन सिक्के, उपकरण, कला, और वास्तुकला से जुड़ी चीजें हैं।

संग्रहालय में देखा जा सकता है कि यहां प्राचीन, कलात्मक, धार्मिक, और सांस्कृतिक वस्तुएं संजीवनी रूप से मौजूद हैं।

पौराणिक कहानियां:

मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई प्रतिमाएं पौराणिक कहानियों को दर्शाती हैं, जो 7वीं शताब्दी से पुरानी मानी जाती हैं।

प्राकृतिक सौंदर्य:

मंदिर का स्थान चंपक वृक्षों के जंगल और प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है, जो इसे एक आत्मीय स्थल बनाता है।

विश्व धरोहर स्थल:

चांगुनारायण मंदिर को 1979 में विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है, जो इसके महत्व को और बढ़ाता है।

स्थिति और नामकरण:

मंदिर का स्थान नेपाली गाँव चांगु से घिरा है और इसे डोलगिरी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर का नाम राजा की बेटी चंपक से रखा गया है, जो इसे और भी अद्वितीय बनाता है।

चांगुनारायण मंदिर नेपाल की समृद्धि, सांस्कृतिक विरासत, और धार्मिक विविधता का सकारात्मक प्रतीक है जो यात्रीगण को एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है।

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