धनत्रयोदशी पर बर्तन खरीदने का महत्व-
दीपों का पर्व दीपावली कुछ ही दिन दूर है। दिवाली की शुरुआत धनत्रयोदशी से मानी जाती है। धनत्रयोदशी से जुड़ी कई मान्यताएं हैं। लोग धनत्रयोदशी को चीज़ें खरीदते हैं। लोग इस दिन सोना, चांदी और विशेष रूप से बर्तन खरीदते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि धनत्रयोदशी पर आप जो कुछ भी खरीदते हैं वह तेरह गुना हो जाता है। इसलिए लोग इस दिन चल-अचल संपत्ति की खरीदारी करते हैं।
धनत्रयोदशी कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाने वाला त्योहार है। इस बार धनत्रयोदशी का पर्व 23 अक्टूबर 2022 रविवार को मनाया जाएगा.
धनत्रयोदशी के दिन लक्ष्मी गणेश के साथ कुबेर और धन्वंतरि देव की भी पूजा की जाती है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इन सभी देवी-देवताओं की नियमानुसार पूजा करने से घर धन-धान्य से भरा रहता है और भगवान धन्वंतरि की कृपा से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनत्रयोदशी के दिन बर्तन खरीदना इतना जरूरी क्यों है?
आइए जानते हैं इससे जुड़ी किवदंतियां-
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और राक्षसों ने अमृत पात्र के लिए समुद्र मंथन किया था। फिर इस मंथन के दौरान एक-एक करके 14 रत्न प्राप्त हुए। उन 14 रत्नों में माता लक्ष्मी जी को भी एक माना जाता है। समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मी जी की तरह भगवान धन्वंतरि का भी जन्म हुआ था। जब भगवान धन्वंतरि प्रकट हुए तो उनके हाथ में अमृत का पात्र था। इसलिए, धनत्रयोदशी के दिन बर्तन खरीदने की परंपरा मानी जाती है। भगवान धन्वंतरि के जन्म के समय उनके हाथ में पीतल का कलश था, इसलिए इस दिन पीतल के बर्तन खरीदने का महत्व है।
बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है-
धनत्रयोदशी के दिन लोग बर्तन सहित सोना-चांदी खरीदते हैं। इस दिन कुछ भी खरीदना शुभ माना जाता है। शास्त्र के अनुसार धनत्रयोदशी के दिन की गई कोई भी खरीदारी उसे 13 गुना बढ़ा देती है। इसलिए लोग मिट्टी के बर्तन, चांदी और सोना खरीदते हैं। इस दिन लोग घर में चांदी के लक्ष्मी-गणेश, चांदी के सिक्के आदि लाते हैं, जिससे घर में कृपा बनी रहती है और साथ ही लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
धनत्रयोदशी के दिन भूलवश भी न खरीदें इस वस्तु को धनत्रयोदशी के दिन गलती से न खरीदें यह सामान -
धनत्रयोदशी के दिन स्टील और प्लास्टिक के बर्तन खरीदना बहुत अशुभ होता है। इस दिन आप किसी भी शुभ धातु जैसे तांबे-पीतल या चांदी के बर्तन खरीद सकते हैं।
घर में खाली बर्तन लाना भी अशुभ संकेत है।
धनत्रयोदशी के दिन एल्युमिनियम का सामान नहीं खरीदना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार एल्युमिनियम अशुभता का प्रतीक है और लोहे को शनिदेव का प्रतीक माना गया है। इसलिए धनत्रयोदशी के दिन इन दोनों धातुओं से बनी वस्तुओं को नहीं खरीदना चाहिए।
धनत्रयोदशी के दिन घरेलू राशन का कोई भी सामान न खरीदें। इस दिन मिलावटी सामान खरीदने का मतलब है अपना पैसा और सेहत दोनों गंवाना।
धनत्रयोदशी के दिन नुकीले सामान न खरीदें। इससे आपके घर की शांति भंग होती है।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024