 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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धोलावीरा का इतिहास:
भारतीय इतिहास में धोलावीरा एक महत्वपूर्ण स्थल है, जो हरियाणा राज्य के कच्छ जनपद में स्थित है। यह स्थल सिंधु-सरस्वती सभ्यता का हिस्सा था और इसे भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे पुरानी स्मार्ट सिटी माना जाता है।
यूनेस्को की महत्वपूर्णता:
यूनेस्को द्वारा धोलावीरा को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त करना इस स्थल के महत्व को और बढ़ा देता है। यह स्थल एक अद्वितीय और प्राचीन नगर स्थल है जो सिंधु-सरस्वती सभ्यता की विविधता और समृद्धि को दर्शाता है।
धोलावीरा की विशेषता:
नगर नियोजन: धोलावीरा का नगर नियोजन उनकी बौद्धिक और वास्तुकला कुशलता को दिखाता है। इसमें विशेष रूप से ड्रेनेज सिस्टम और जल संरक्षण की योजनाएं उच्च स्तर पर हैं।
हड़प्पा सभ्यता का हिस्सा: धोलावीरा हड़प्पा सभ्यता का हिस्सा था और इसमें पाए जाने वाले आवासीय इलाके, बाजार, यातायात के पथ, और सार्वजनिक स्थलों की योजना उस समय की उन्नति को दिखाती है।
यूनिक आर्किटेक्चर: इस नगर स्थल की विशेषता में उसकी विशेष वास्तुकला शैली शामिल है, जो उस समय की सजीव जीवनशैली को दर्शाती है।
जल संरक्षण: धोलावीरा में पाए जाने वाले जल संरक्षण के उपायों ने उस समय की उच्चतम जल व्यवस्था को प्रदर्शित किया है।
समापन:
धोलावीरा को यूनेस्को विरासत सूची में शामिल करना इस स्थल की महत्वपूर्णता को बढ़ाता है और इसे एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रमोट करता है। धोलावीरा का यह उपलब्धि भारतीय इतिहास और संस्कृति की गरिमा को और भी बढ़ाता है।
 
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