Published By:धर्म पुराण डेस्क

शादी की पार्टी में डाइट और सोशल मैनेजमेंट साथ-साथ

शादी-ब्याह का सीजन शुरू हो चुका है। अगर आपका सामाजिक दायरा भी बड़ा है तो इन दिनों में रोज ही एक-दो शादी समारोह में जाना पड़ सकता है। ऐसे में हर किसी का डाइट प्रोग्राम बिगड़ जाता है। अगर आप भी शादी-विवाह की पार्टियों में उपस्थित रहकर डाइट और वेट मैनेजमेंट को तवज्जो देना चाहती हैं, तो कुछ खास बातों पर गौर करें।

भले ही ना खाएं पर मेन्यू की तारीफ करें-

आप पार्टी में परोसे गए पकवान भले ही ना खाएं लेकिन उन्हें एक नजर से देखें जरूर, इससे आपको लेटेस्ट ट्रेंड का पता चलेगा और कुछ नए पकवानों के बारे में जानने का मौका भी मिलेगा। इन सब के साथ आपको मेजबान के सामने पकवानों की तारीफ करने के लिए सही जानकारी भी मिल जाएगी। 

भरपूर मेहनत, सूझबूझ और ढेर सारे पैसे खर्च करने वाला मेजबान अपनी तारीफ सुनकर प्रसन्न हो जाएगा। अगर मेन्यू परोसने का तरीका और सर्विस अच्छी है तो कैटरर्स का भी पता लगाएं। इससे आपकी जानकारी में वृद्धि होगी और आपको शहर के अच्छे कैटरर्स का पता चलेगा। ऐसी ही जानकारी वेडिंग वेन्यू के बारे में भी हासिल कर लें। ताकि "जरूरत के वक्त आप भी उसे बुक कर सकें"।

हैवी फूड को ना करें-

आजकल हर वेडिंग पार्टी में दुनियाभर के डेजर्ट, मिठाइयों और तमाम ऑयली फूड के साथ-साथ दाल-चावल, चपाती-सब्जी और हल्के भोजन वाला काउंटर भी रहता है। मीठा और डेजर्ट खाने का मन करे तो उसे बाद में खाने के लिए टाल दें। 

डाइट मैनेजमेंट के लिए आपको सबसे पहले मेन मील से 'घर की रसोई काउंटर पर जाना चाहिए। यहां दही, नींबू पानी, नारियल पानी आदि लें। जब आपका पेट भर जाएगा तो डेजर्ट्स और मिठाई की इच्छा खुद ही दब जाएगी।

खाएं नहीं, चख लें-

कई बार पार्टी में किसी चीज के प्रति ऐसी क्रेविंग होती है कि मन मानता नहीं, लेकिन उसे खाना आपके लिए हितकर नहीं होता। ऐसे में आप अपने जीवनसाथी, मित्र या किसी प्रेमी स्वजन की प्लेट से उठाकर उसका एक कौर ले लें। इससे आपकी इच्छा भी पूरी होगी और आप उसे खाने से बच जाएंगी, जिनकी प्लेट से लेकर खाएंगी उन्हें भी अच्छा लगेगा।

एक से ज्यादा समारोह में जाना हो तब भी ऐसा तो नहीं हो सकता न कि इस डर से हम पार्टियों में जाना ही छोड़ दें। बस कुछ बातों पर ध्यान दें तो संतुलन आसानी से बनाया जा सकता है। इसके अलावा आप बहुत कुछ ऐसा भी सीख पाएंगी, जिनकी जानकारी आपको न हो।

सामाजिक दायरा बढ़ाने का मौका समझें-

किसी भी मैरिज पार्टी में आपको अपने परिचित लोगों के अलावा और भी कई प्रतिष्ठित लोग मिलते हैं। मैरिज पार्टी को पूरी तरह सोशल नेटवर्क बढ़ाने का मौका समझें और अपनी ऊर्जा पूरी तरह इसी में लगाएं। 

अपने प्रोफेशन या बिजनेस से जुड़े लोगों के साथ परिचय करें और उनसे बातचीत करें। उनका संपर्क सूत्र लें और उन्हें अपना मोबाइल नंबर दें। कई बार ऐसे मौकों पर काम के लोगों से संपर्क हो जाता है।

रस्मों को देखें, समझें-

उल्टा-सीधा खाने से बचने के लिए और मेजबान के साथ समय बिताने का सबसे अच्छा जरिया है कि आप उस जगह मौजूद रहें, जहां वर-वधू मौजूद हों और विवाह की रस्में निभाई जा रही हों। 

इससे आपका मन भी आसानी से लगेगा और आपको कई ऐसी रस्में जानने का मौका भी मिलेगा जो आप इससे पहले शायद न जानती हों। ऐसा करना न सिर्फ रोचक होगा बल्कि आपके परिवार में शादी होने पर आपके खूब काम भी आएगा। इसी बीच दोनों परिवारों के सदस्यों से भी कुछ जान- पहचान हो जाएगी।

बहाना बनाना-

मेजबान भोजन के लिए मनुहार कर रहा हो और आपको बचना हो तो आप उपवास का बहाना बना सकती है या फिर कह सकती हैं कि अभी आप ने दवा ली है और उसके आधे घंटे बाद ही खा पाएंगी। इस तरह आप उनकी मनुहार को प्रेम पूर्वक टाल सकती है।
 

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