 Published By:धर्म पुराण डेस्क
 Published By:धर्म पुराण डेस्क
					 
					
                    
ब्रह्मलीन श्रद्धेय स्वामी श्री रामसुखदासजी महाराज के उपदेशों का मानव जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका ..
संसार का स्वरूप:
आचार्य स्वामी श्री रामसुखदासजी महाराज के उपदेशों में संसार का स्वरूप और मानव जीवन के वास्तविकता का महत्वपूर्ण प्रकटीकरण है। संसार को अनित्य, परिवर्तनशील, और नाशवान मानने का संदेश यहां दिया गया है।
संसार का नाश:
जब हम अपने जीवन में संसार की ओर देखते हैं, हम देखते हैं कि सभी चीजें अस्थायी हैं, परिवर्तनशील हैं और नाशवान हैं। हमारे जीवन में बदलाव हो रहा है, हमारी स्थिति बदल रही है, और हमारे पास जो भी है, वह अनित्य है।
परमात्मा की आशा:
महाराज के उपदेश में यह भी बताया गया है कि हमें संसार की आशा नहीं रखनी चाहिए, बल्कि हमें परमात्मा की आशा करनी चाहिए। परमात्मा हमारे अंतर्यामी हैं, हमारे सभी काल, देश, और अवस्थाओं में हैं। उनकी आशा हमें दिशा देती है और हमारे जीवन को दिव्य और सार्थक बनाती है।
संसार और संसारिक इच्छाएं:
संसार और संसारिक पदार्थों की इच्छाएँ अकेले ही दुख, निराशा, और असंतोष का कारण बनती हैं। हमारी मानसिकता और भावनाएं संसार के परिवर्तनशील स्वरूप के साथ मेल नहीं खाती हैं, और इससे हमारे दुख बढ़ सकते हैं।
मानव जीवन की सही दिशा:
आचार्य स्वामी श्री रामसुखदासजी महाराज के उपदेशों से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें संसार से निराश होना चाहिए और परमात्मा की आशा करनी चाहिए। संसार के अस्थायीता को समझकर हम अपने जीवन की सही दिशा में बढ़ सकते हैं और आत्मा के मोक्ष की ओर प्रस्थान कर सकते हैं।
आचार्य स्वामी श्री रामसुखदासजी महाराज के उपदेशों का संदेश है कि हमें संसार की आशा छोड़नी चाहिए और परमात्मा की आशा करनी चाहिए। यह हमारे जीवन को दिव्य और आनंदमय बना सकता है और हमें सच्चे खुशी की दिशा में ले जा सकता है।
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024 
                                यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024 
                                लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024 
                                संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024 
                                आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024 
                                योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024 
                                भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024 
                                कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                