 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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तुरंत इलाज लें अगर-
सामान्य सिरदर्द अगर साधारण उपायों से ठीक हो जाता है तो कई बार सिरदर्द के लिए डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी होता है। अगर दाई तरफ सिर में दर्द होने के साथ ही उल्टी, चक्कर आना, धुंधला दिखाई देना, कन्फ्यूजन की स्थिति बनना, बुखार, कोई चोट, सिर हिलने पर दर्द का बढ़ना, गर्दन में अकड़न, सुन्नपन, रैशेज, नींद में बाधा, कमजोरी या बोलने में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉक्टर आपके दर्द के आधार पर शारीरिक जांच के अलावा कुछ अन्य जांचों की भी सलाह दे सकते हैं। इलाज के लिए दवाइयों के अतिरिक्त आपको अपने भोजन, सोने-जागने से संबंधित बदलाव भी करना पड़ सकते हैं तथा अल्कोहल और सिगरेट से दूरी बनानी होती है। साथ ही नियमित व्यायाम या फिजिकल एक्टिविटी को भी अपने रूटीन से जोड़ना जरूरी होता है।
दाईं तरफ का दर्द-
सिर में दाईं तरफ का दर्द कई लोगों को कुछ स्थितियों में हो सकता है। कई बार इसके साथ कुछ और लक्षण भी उभर सकते हैं जिनमें फटिंग यानी थकान, नॉशिया और दृष्टि संबंधी समस्याएं शामिल हो सकती हैं। कई बार यह सिरदर्द सामान्य घरेलू उपायों से ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार यह लंबे समय तक रहता है या बार बार उभरता है। ऐसे में इस पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि इस स्थिति में इसके पीछे वजह भी हो सकती है।
कुछ गंभीर दर्द के प्रकार-
विशेषज्ञों के अनुसार करीब 300 प्रकार के सिरदर्द हैं जो लोगों को परेशान करते हैं और इनमें से अधिकांश के पीछे की ठोस वजह मालूम नहीं है। बहरहाल, सिर में दाईं तरफ होने वाले कुछ खास प्रकार के दर्द में शामिल हैं- माइग्रेन का दर्द, क्लस्टर हेडेक और टेंशन हेडेक या तनाव से होने वाला सिरदर्द।
माइग्रेन के दर्द के पीछे अक्सर आनुवंशिक स्थितियां भी होती हैं और इसमें दर्द के अलावा अन्य कई लक्षण उभरते हैं। ऐसे कई ट्रिगर होते हैं जो माइग्रेन के उभरने का कारण बन सकते हैं। दर्द के इलाज के अलावा इन ट्रिगर्स को लेकर सतर्क रहने से भी समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
क्लस्टर हेडेक हालांकि उतना आम नहीं होता, लेकिन इसकी वजह से दर्द कई बार कंधे और गर्दन तक भी उतर जाता है। यह समस्या पुरुषों में ज्यादा आम होती है। इलाज के जरिए दर्द की तीव्रता और गंभीरता को कम किया जा सकता है। वहीं टेंशन हेडेक सबसे आम प्रकार के सिरदर्द हैं जो कि करीब 75 प्रतिशत लोगों को कभी न कभी शिकार बनाते हैं।
हालांकि ये सिर के दोनों तरफ हो सकता है। लेकिन कई लोगों में सिर्फ दाईं तरफ ही उभरता है। यदि ये कभी-कभार हो तो सामान्य दवाइयों से ठीक हो सकते हैं लेकिन यदि बार-बार हों तो डॉक्टर की सलाह से जीवनशैली में बदलाव और दवाइयों का सेवन करना पड़ सकता है।
ये हो सकते हैं कारण-
दाईं तरफ के सिरदर्द के पीछे कुछ न्यूरोलॉजिकल स्थितियां जैसे ऑक्सिपिटल न्यूरेल्जिया, टेम्पोरल आर्टराइटिस, ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया आदि भी हो सकती हैं। इसके अलावा कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स, एलर्जी, सिर की चोट, फटिग, संक्रमण, ट्यूमर, शुगर के लेवल में बढ़ोतरी तथा मांसपेशियों का खिंचाव भी इस दर्द का कारण बन सकता है।
 
 
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