पानी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, हमारे शरीर का 65 से 70 प्रतिशत हिस्सा इसी तरल से बना है, इसलिए हमें कहा जाता है कि 'जल ही जीवन है'। हर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देता है कि हमें खूब पानी पीना चाहिए ताकि हम डिहाइड्रेशन के शिकार न हों।
जब भी शरीर में पानी की कमी होती है तो हमारा दिमाग हमें पानी पीने का इशारा करता है जिसे प्यास कहते हैं। प्यास शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन कुछ लोगों को अचानक से अत्यधिक प्यास लगने लगती है। अगर आपको ऐसी कोई शिकायत है तो उसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है और आपके लिए मेडिकल टेस्ट कराना जरूरी हो जाता है।
ज्यादा प्यास लगने से हो सकते हैं ये रोग..
1. मधुमेह-
मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो इन दिनों किसी भी उम्र में अपना शिकार बना रही है। कुछ मामलों में, यह अनुवांशिक कारणों से होता है, लेकिन आमतौर पर यह खराब जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों के कारण होता है। मधुमेह की स्थिति में खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, जिसे किडनी आसानी से फिल्टर नहीं कर पाती और इससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है और बार-बार प्यास लगती है। ऐसे में जरूरी है कि तुरंत डॉक्टर से सलाह ली जाए।
2. इनडाइजेशन-
हम अक्सर शादियों, पार्टियों या घर में बहुत ज्यादा मसालेदार खाना खाते हैं, जिसे पचाना आसान नहीं होता। ऐसे जटिल भोजन को पचाने के लिए हमारे शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है और तब हमें सामान्य से अधिक प्यास लगती है।
3. बेचैनी-
कई बार हमारी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती जिसके कारण हमें घबराहट और बेचैनी का सामना करना पड़ता है, ऐसे में मुंह सूखने लगता है और फिर ज्यादा पानी पीने की जरूरत होती है। ऐसे में अक्सर मुंह सूख जाता है और फिर पानी की मांग बढ़ जाती है।
4. अत्यधिक पसीना आना-
गर्मी के मौसम में अत्यधिक पसीना आना आम बात है, लेकिन जब यह सर्दी या सामान्य मौसम में हो तो यह शरीर में कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। जिससे आपको प्यास भी ज्यादा लगती है।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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