पुदीना-गुड़-खस-चंदन-गुलाब और सौंफ के शरबत का सेवन गर्मियों में ताजगी और सुगंध प्रदान करता है, साथ ही इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसके मुख्य तत्वों में पुदीना (मिंट) में मेंथोल पाया जाता है, जो एसिडिटी को कम करने में मदद करता है। यह भूख बढ़ाता है और पाचन प्रक्रिया को सुधारता है।
गुड़ शरबत में मिठास और पोषक तत्वों का संयोग होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। खस (पोप्पी सीड) के बीजों में विटामिन ई, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस होते हैं, जो शरीर की शक्ति और ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करते हैं।
चंदन (सैंडलवुड) शरबत को शीतलता और ताजगी प्रदान करता है, इसके लिए यह गर्मी के दौरान आरामदायक होता है। गुलाब (रोज) शरबत आंतरिक शांति और मन की तनाव को कम करने में मदद करता है, साथ ही इसका इस्तेमाल आंखों की रोशनी को बढ़ाने और नेत्र रोगों से बचाने के लिए भी किया जाता है।
सौंफ (फेनेल) शरबत पाचन को सुधारता है और अपच की समस्या से राहत प्रदान करता है। यह ताजगी और स्वाद के साथ एक प्रिय शरबत है जो गर्मियों में राहत प्रदान कर सकती है।
एसिडिटी होने पर कौन-कौन से शरबत पीना फायदेमंद हो सकता है:
एसिडिटी की स्थिति में कुछ शरबतों का सेवन फायदेमंद हो सकता है। यहाँ कुछ ऐसी शरबतों के उदाहरण दिए जाते हैं जिनका सेवन एसिडिटी को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
पुदीना शरबत: पुदीना (मिंट) का शरबत एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है और पाचन प्रक्रिया को सुधार सकता है। यह शरबत ठंडी और सुगंधित होती है, जिससे गर्मियों में आरामदायक होती है।
सौंफ शरबत: सौंफ (फेनेल) का शरबत पाचन को सुधारता है और अपच की समस्या से राहत प्रदान करता है। इसका सेवन एसिडिटी को कम करने में मददगार हो सकता है।
नारियल पानी: नारियल पानी आंत्र में एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है। यह ठंडा और शीतल होता है और शरीर को ताजगी प्रदान करता है।
आंवला शरबत: आंवला (भारतीय गूसबेरी) का शरबत अमलतास के तत्वों से युक्त होता है और पाचन को सुधारता है। यह शरबत आंत्र में अम्लता को कम करके एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकता है।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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