Published By:धर्म पुराण डेस्क

घर में शांति के लिए पितृ पक्ष में अवश्य करें गोदान, जानिए धार्मिक मान्यता

सार 

पितृ पक्ष 2022: गौ माता का दान देने से पितृ दोष से मुक्ति भी मिलती है, इसलिए हिंदू धर्म में यह दान सभी मनुष्यों को जीवन में एक बार अवश्य करना चाहिए।

गोदान से पहले गाय को संवारना और पूजा करना चाहिए। गाय के दान से पहले गाय की पूजा वस्त्र, आभूषण और अन्य सामग्री से करनी चाहिए।

विस्तार:- 

दान एक ऐसा कार्य है जिसका महत्व सभी धर्मों में समान रूप से स्वीकार किया गया है। हिंदू धर्म में दान को सबसे बड़ा धर्म माना गया है। जरूरतमंदों को दान करने से उनका शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता है, ऐसा करने से कुंडली के सभी ग्रह दोष शांत होते हैं। 

वैदिक ज्योतिष में दान के बारे में विस्तार से बताया गया है कि यदि आप अपनी कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार दान करते हैं तो यह बहुत प्रभावी होगा। वैसे तो दान कई कामों के लिए किया जा सकता है, लेकिन सभी प्रकार के दान में गाय का दान सबसे बड़ा दान कहा जाता है। पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष में गाय दान का सबसे अधिक महत्व है। गाय का दान हर तरह से फायदेमंद होता है।

पितृ पक्ष 2022। 

हिंदू धर्म में दान के महत्व को विस्तार से समझाया गया है। गोदान को सभी प्रकार के दानों में सर्वश्रेष्ठ कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि गाय माता में सभी देवताओं का वास है और गाय का दान करने से सभी प्रकार का कल्याण होता है। 

इसके अलावा एक धार्मिक मान्यता यह भी है कि गाय के सींगों में ब्रह्मा और विष्णु का वास होता है। गाय के मस्तक में महादेव और गौरी, नासिका में कार्तिकेय का वास होता है। गाय की आंखों में सूर्य-चंद्रमा, नाक में कंबल और अश्वतर नाग, कानों में अश्विनी कुमार, गाय के दांतों में वासुदेव, जीभ में वरुण विराजमान होते है| 


 

धर्म जगत

SEE MORE...........