"गीता ज्ञान" को "भगवत गीता" के रूप में जाना जाता है, और यह एक महत्वपूर्ण हिन्दू ग्रंथ है जो महाभारत के भीष्म पर्व में आता है। गीता ज्ञान में श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच हुई बातचीत को दर्शाया गया है और इसमें जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझाने वाले अनमोल वचन हैं।
यह वेदांत, धर्म, और जीवन के महत्वपूर्ण आदर्शों को स्पष्ट और अद्वितीय तरीके से प्रस्तुत करता है। गीता ज्ञान के कुछ महत्वपूर्ण वचन है जो जीवन के मार्ग को प्रकट करते हैं:
कर्मयोग: "तुम कर्म करो, फल की चिंता मत करो।" यह वचन हमें कर्म करने के लिए प्रेरित करता है, परंतु फल की चिंता छोड़कर।
भक्तियोग: "जो भी भक्ति और श्रद्धा से मेरे साथ रहेगा, मैं भी उसके साथ रहूँगा।" यह वचन भगवान के प्रति भक्ति की महत्वपूर्णता को दर्शाता है।
ज्ञानयोग: "आत्मा अनंत, अचिन्त्य, और अविकारी है।" यह वचन हमें आत्मा के अद्वितीय और अमर स्वरूप को समझाता है।
ध्यान: "मन को शांत और आवश्यकता के विचारों से दूर रखो।" यह वचन हमें ध्यान के माध्यम से मानसिक शांति की प्राप्ति के महत्व को बताता है।
गीता ज्ञान के अनुसार, जीवन का मकसद आत्मा की पहचान और उसके विकास में है, और यह आत्मा को मोक्ष की ओर ले जाने का मार्ग प्रशस्त करता है। इस ग्रंथ के वचन हमें धार्मिकता, साधना, और सही मार्ग की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं जो एक सफल और सफल जीवन की दिशा में मदद कर सकते हैं।
इस क्षण का अनुभव ही जीवन है-
जीवन का महत्वपूर्ण तत्व है यह क्षण, जिसे हम "वर्तमान" कहते हैं। यह क्षण हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि यह हमारी वास्तविकता होता है, और हम उसे जीने के लिए तैयार रहते हैं। इस क्षण का महत्व हमारे जीवन के हर पहलू में दिखाई देता है, चाहे हम खुश हो या दुखी, सफल हो या असफल।
इस क्षण का अनुभव करना जीवन की सबसे बड़ी खुशियों में से एक हो सकता है। यह वक्त है जब हम अपने पास हैं, और हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने जीवन का हर क्षण महत्वपूर्ण रूप से जीना चाहिए।
हमें यह याद दिलाना चाहिए कि गुजर गए क्षण को वापस नहीं पाया जा सकता है और आने वाले क्षण को हम पहले से नहीं जान सकते हैं। इसलिए हमें वर्तमान में ही खुश और संतुष्ट रहना चाहिए, और यह समझना चाहिए कि जीवन का सच्चा आनंद इस क्षण में ही है।
कभी-कभी हम अपने भविष्य की चिंता करने में इतने व्यस्त रहते हैं कि हम वर्तमान को गंवा देते हैं। लेकिन जीवन का असली सौंदर्य तो यही है कि यह वर्तमान में है, और हमें इसे समझना और महसूस करना चाहिए। इसलिए, हमें अपने जीवन के हर क्षण का आनंद उठाने का प्रयास करना चाहिए। चाहे हम खुश हो या दुखी, सफल हों या असफल, यह क्षण हमारे जीवन का हिस्सा है, और हमें इसे पूरी तरह से जीना चाहिए।
"इस क्षण का अनुभव ही जीवन है" यह एक महत्वपूर्ण सत्य है जो हमें याद रखना चाहिए और हमारे जीवन को सजाने और महसूस करने के लिए हमें इसे अपनाना चाहिए।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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