 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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आजकल का युग हमें अनेक चीजों की भरमार में डाल रहा है, और इसमें से बहुत सी चीजें हमें नकारात्मकता की ओर मोड़ रही हैं। आचार्या श्वेता जग्गी के अनुसार, अनावश्यक वस्तुओं को घर में रखना हमारे जीवन को प्रभावित कर सकता है।
1. चीजों के भंडारण का अभ्यास:
चीजें एकत्र करना एक आदत बना सकता है, लेकिन इसे सही तरीके से नियंत्रित करना जरूरी है। अगर हम पुरानी और अनावश्यक चीजें रखते हैं, तो यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
2. ऊर्जा की कमी:
घर में अनावश्यक वस्तुएं रखने से वहाँ की ऊर्जा खर्च होती है, जिससे हमारा आत्म विकास कमजोर हो सकता है। साफ-सफाई और संगठन की भावना होना जरूरी है ताकि हम अच्छे से अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ सकें।
3. आत्मिक शांति का अभाव:
पुरानी चीजों को बचाए रखने से हमारा आत्मिक संतुलन बिगड़ सकता है, क्योंकि यह हमें अनिश्चितता और अव्यवस्था महसूस करा सकता है। अच्छे और उपयुक्त वस्तुएं हमें सकारात्मकता में रखती हैं और आत्मिक शांति प्रदान करती हैं।
4. घर का स्वच्छता और सुंदरता:
अनावश्यक वस्तुओं की अधिकता से घर का वातावरण अशुद्ध हो सकता है। यह घर को अधिक व्यवस्थित और सुंदर बनाए रखने में रुकावट डाल सकता है।
5. वित्तीय प्रबंधन:
अनावश्यक खरीदारी वित्तीय तंत्र को प्रभावित कर सकती है, जिससे हम अधिक धन खर्च करते हैं। अच्छे वित्तीय नियंत्रण के लिए समय-समय पर अपनी जरूरत के अनुसार चीजें खरीदना महत्वपूर्ण है।
समापन:
आचार्य श्वेता जग्गी की सलाह का पालन करते हुए, हमें अनावश्यक वस्तुओं को हटाकर अपने घर को साफ, सुंदर, और ऊर्जावान बनाए रखना चाहिए। इससे हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदल सकते हैं और आत्मिक शांति को प्राप्त कर सकते हैं।
आचार्य श्वेता जग्गी
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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