Published By:धर्म पुराण डेस्क

कुपोषित रहने से झड़ते हैं बाल

काफी कम उम्र में लड़कियों में बालों की कई समस्याएं का सामने आ रही हैं। अनकंट्रोल्ड डाइटिंग से कुपोषण शरीर पर कई मुसीबतें लाद देता है। इसमें बालों का अत्यधिक झड़ना, फंगल इंफेक्शन तथा असमय सफेदी होना मुख्य है। कुपोषण की शिकार कई महिलाओं में भी बाल झड़ने की समस्या पाई जाती है।

पोषण जरूरी है बालों की मजबूती के लिए-

बालों के झड़ने के पीछे आयरन, कैल्शियम आदि जरूरी पोषक तत्वों की कमी कारण है। कई लड़कियों को डाइटिंग के कारण शारीरिक समस्याएं घेर लेती हैं। उनका हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। दुर्बलता के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर पड़ जाती है। कमजोर शरीर में कई रोग घर जमा लेते हैं। बालों में फंगल इंफेक्शन हो जाता है। बालों की मोटाई कम हो जाती है। वे पतले और कांति हीन हो जाते हैं। जरा सा खींचने पर टूट जाते हैं।

परिवार ध्यान दे-

लड़कियों को यह सिखाया जाना चाहिए कि उन्हें गलत डाइटिंग से कितना नुकसान हो सकता है। शारीरिक रूप सौंदर्य स्वास्थ्य पर केंद्रित है। यदि शरीर अंदर से स्वस्थ नहीं हो तो बाल भी स्वस्थ नहीं रह पाते हैं। यह परिवारजनों की जिम्मेदारी है कि वे लड़कियों को डाइटिंग करने से रोके और हतोत्साहित करें। उन्हें क्रैश डाइटिंग के साइड इफेक्ट्स की जानकारी दें।

फिगर से ज्यादा जरूरी है स्वास्थ्य-

डाइटिंग की बजाय युवावस्था में एक्सरसाइज के जरिए वजन को कम किया जा सकता है। किसी भी ट्रेनर की सलाह लेंगी तो वह भी यही कहेगा कि शरीर को भरपूर पोषण दें। पौष्टिक आहार से वजन नहीं बढ़ेगा बल्कि शरीर ताकतवर बनेगा। 

फिगर बनाने के लिए जिम में पसीना बहाने की सलाह अपनाएं। भोजन में सभी तरह के शाक सब्जियां और मौसमी फलों को शामिल करें। युवा हो रही लड़कियों को भी सभी कुछ खाने के लिए बाध्य करें। मोटापे को लेकर उनकी भ्रांतियों और गलत मान्यताओं को समुचित तर्क से ध्वस्त करें। 

दाल, चावल, रोटी सब्जियां और फलों के अलावा अंकुरित धान्य भी खाने के लिए कहें। सुबह और शाम एक गिलास दूध जरूर पिलाएं। मासिक के दौरान लड़कियों के शरीर से आयरन और कैल्शियम भी रक्त के साथ निकल जाता है। उसकी भरपाई के लिए वे चिकित्सक की सलाह से आयरन और कैल्शियम की गोलियां ले सकती हैं।


 

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