 Published By:धर्म पुराण डेस्क
 Published By:धर्म पुराण डेस्क
					 
					
                    
मनुष्य जीवन का अधिकांश भाग आहार, निद्रा, भय और मैथुन में व्यतीत हो जाता है।
शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ति में समय और शक्तियों का अधिकांश भाग लग जाता है। विचार करना चाहिए कि क्या इतने छोटे कार्यक्रम में लगे रहना ही मानव जीवन का लक्ष्य है? यह सब तो पशु भी करते हैं।
यदि मनुष्य भी इसी मर्यादा के अंतर्गत घूमता रहे, तो उसमें और पशु में क्या अंतर रह जाएगा? सृष्टि के समस्त जीवों में सर्वश्रेष्ठ स्थान पाने के कारण मनुष्य का उत्तरदायित्व भी ऊंचा है। जो अपने महान उत्तरदायित्व भी ऊंचा है। जो अपने महान कर्तव्य की ओर ध्यान नहीं देता, निश्चय ही वह मनुष्यता का महान गौरव प्राप्त करने का अधिकारी नहीं है।
दुःख और अधर्म को हराकर सुख और धर्म की स्थापना करना, मनुष्य जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। ईश्वर ने जो योग्यताएं और शक्तियां मानव प्राणी को दी है, उनका सदुपयोग यही हो सकता है कि दूसरों की सहायता की जाए, उन्हें सुखी एवं उत्तम जीवन बिताने में सहयोग दिया जाए।
बेशक, शारीरिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए श्रम करना आवश्यक है, परंतु यह भी ध्यान रखना चाहिए कि जीवन-निर्वाह की साधारण समस्या को हल करने के उपरांत जो समय और शक्ति बचती है, उसे परमार्थ में, संसार की भलाई में लगाना चाहिए। जो मनुष्य स्वार्थ पर से दृष्टि हटाकर परमार्थ पर जितना ध्यान देता है, समझना चाहिए कि वह उतना ही जीवन का सद्व्यय कर रहा है।
 
 
                                मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024 
                                यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024 
                                लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024 
                                संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024 
                                आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024 
                                योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024 
                                भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024 
                                कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                 
                                
                                