 Published By:धर्म पुराण डेस्क
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हाल के तहत बढ़ रहे शिकायतों का खतरा हृदय रोग के मामले में भारत में तेजी से बढ़ रहा है। आंकड़ों के अनुसार, दस-बारह वर्ष पूर्व तक हमारे देश में हृदय रोग की दर कम थी, लेकिन इस दशक के भीतर यह स्थिति बदल चुकी है। यह पहले का विचार था कि हमारे देश में हृदय रोग कम होते हैं जब इन्हें पश्चिमी मुल्कों के साथ तुलित किया जाता था, लेकिन यह अब बदल चुका है।
बढ़ते हृदय रोग के खतरे के मुख्य कारणों में शामिल हैं:
जीवनशैली बदलाव: व्यक्तिगत और पेशेवर जीवनशैली में बदलाव ने आहार, व्यायाम, और समय के बांटने का तरीका पर प्रभाव डाला है। बढ़ती दिनचर्या के कारण, अधिकांश लोगों की जीवनशैली में अप्राकृतिक आहार, कम व्यायाम, और अधिक स्ट्रेस का सामना करना पड़ रहा है।
युवाओं में हृदय रोग: एक चिंताजनक बदलाव यह है कि हृदय रोग युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। यह अब 20 साल की आयु के युवाओं में भी पाया जा रहा है, जो पश्चिमी देशों के मुकाबले कम आयु के लोगों में है।
अनुदान और प्रौद्योगिकी: बढ़ते हृदय रोग के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी का भी यह कारण है कि लोग अधिक उम्र में हृदय रोग के खतरे का सामना कर रहे हैं। यह तकनीकी विकास और आधुनिक औद्योगिक के साथ साथ आपके पास बीमा के लिए अधिक विकल्प होने के कारण है।
हालांकि हृदय रोग के खतरे के बढ़ने के कारण चिंतित होना सही नहीं है, आपको आपकी जीवनशैली को स्वस्थ और जीवनशैली को संतुलित रखने के लिए समय निकालने की आवश्यकता है। उचित आहार, नियमित व्यायाम, और स्ट्रेस प्रबंधन आपके हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। अगर आपको हृदय संबंधित समस्याएं हैं, तो उन्हें चिकित्सक की सलाह और निदान के लिए जांच-बूझ करना महत्वपूर्ण है।
 
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