Published By:धर्म पुराण डेस्क

घरेलू उपचार: बरसात में होने लगे खुजली तो क्या करें

यह त्वचा का एक रोग है. इस रोग में अत्यंत खुजली होती है. यह बरसात में जीवाणुओं के संक्रमण के फलस्वरूप होता है. 

गंदगी में रहने एवं दूषित जल के संपर्क से भी यह रोग होता है. इस रोग में पहले हाथ व उंगलियों के मध्य में छोटे-छोटे फफोले निकलते हैं जिनमें तीव्र खुजली होती है. खुजली के कारण रोगी परेशान हो जाता है. ऐसी हालत में निम्न नुस्खों का प्रयोग किया जा सकता है.

■ ताजे नारियल और टमाटर का रस मिलाकर मालिश करने से खुजली दूर हो जाती है.

■ नींबू का रस और चमेली का तेल समभाग में मिलाकर मालिश करने से लाभ होता है.

■ शुद्ध गंधक आंवलासार, सोनागेरु दोनों 6-6 ग्राम, काला जीरा 8 ग्राम तीनों को कूट-पीसकर तीन पुड़िया बनाएं. इस दवा का सेवन करने से एक दिन पहले साधारण जुलाब ले लीजिए. दूसरे दिन एक पुड़िया प्रातः दूध से लीजिए. फिर अगले दिन दूसरी तथा उसके अगले दिन तीसरी पुड़िया का सेवन करें. इससे खुजली का पूर्ण रूप से शमन हो जाएगा.

■ पूरे शरीर पर या शरीर के किसी भाग में खुजली हो रही हो तो डॉक्टर के पास भागने की बजाय अरहर की दाल को दही के साथ पीसकर लगाएं. तीन-चार दिनों में ही खुजली नदारद हो जाएगी. यह अनुभूत घरेलू नुस्खा है.

■ संतरों के छिलकों को सिल पर पानी के साथ पीसकर शरीर पर मलने से, चाहे कितनी भी पुरानी खुजली हो, पांच-छह दिनों में ही दूर हो जाएगी.

■ तिल के तेल को थोड़ा गर्म करके रोज मालिश करने से कुछ ही दिनों में खुजली मिट जाती है.

■ नींबू को काटकर उसमें सेंधा नमक भरकर सुखा लीजिए. सूख जाने पर उसका चूर्ण बनाकर सुबह-शाम सेवन करने से खुजली में लाभ होता है.


 

धर्म जगत

SEE MORE...........