Published By:धर्म पुराण डेस्क

घर बनाए चमत्कारी दंत मंजन जिससे दांत होंगे चमकदार और स्वस्थ

आज आपको दांतों और मसूड़ों से परेशानियों से मुक्ति के लिए घर पर ही दंत मंजन बनाने की विधि बताएंगे।

बाजार में मिलने वाले दंत मंजन यानी टूथपेस्ट में कई तरह के केमिकल्स मिले होने की शिकायत होती है। इसलिए आज आप घर पर ही टूथपेस्ट बनाना सीखे और यह पूरी तरह आयुर्वेदिक है इसके अनेक लाभ बताए गए हैं।

कोहेनूर दन्त मंजन -

जो लोग दांतों एवं मसूढ़ों की व्याधियों से पीड़ित हैं उनके लिए कोहेनूर दन्त मंजन एक वरदान ही सिद्ध होगा। मसूड़ों को स्वस्थ और दांतों को मजबूत रखने वाला 'कोहेनूर दन्त मंजन' सब मंजनों में कोहेनूर हीरे की तरह श्रेष्ठ है। मैं इस मंजन का खुद प्रयोग करता हूं और 60 वर्ष की उम्र में भी मेरे सभी 32 दांत मजबूती से सही सलामत मौजूद हैं। लीजिए, नायाब नुस्खा पेशेनज़र है-

घटक द्रव्य कपूर 6 ग्राम, नीला थोथा भुना हुआ 6 ग्राम, फिटकरी का फूला 20 ग्राम, - मौलसरी की अन्तराल 30 ग्राम, धनिया भुना, काली मिर्च, सेंधा नमक, सोंठ, दालचीनी असली, सफेद कत्था, सुहागा भुना सातों 25-25 ग्राम संगजराहत जयपुरी 30 ग्राम, रूमीमस्तगी 30 ग्राम, पीपरमेन्ट क्रिस्टल 15 ग्राम, थायमोल यानी अजवाइन का सत्त 15 ग्राम। अकरकरा, समुद्रफेन, त्रिफला, लेंडी पीपल बड़ी चारों 25-25  ग्राम आम, बबूल और नीम के पत्ते छाया में सुखाएं हुए 50-50 ग्राम, दम्मुल अखबेन, लौंग, बड़ी इलायची के बीज, माजूफल, सीप और मूंगा सब 30-30 ग्राम, नागरमोथा और वायविडंग 40-40 ग्राम लौंग, दालचीनी, यूकेलिप्टस, सौंफ और इरिमेदादि तैल- ये पांचों तैल 20-20 ml.

निर्माण विधि - 

पांचों तेल एक बड़ी शीशी में डाल कर मिला लें और इसमें कपूर, थायमोल और पीपरमेन्ट डालकर लगा दें व शीशी को हिला कर रख दें। यह मिश्रण नं.1 है। शेष सभी दवाओं को कूट पीस कर मैदा वाली छलनी से छान लें। जो मोटा अंश बचे उसे फिर से कूट पीसकर छान लें। 

ऐसा तब तक करें जब तक मोटा अंश समाप्त न हो जाए। अब इसे बड़ी खरल में डालकर खरल करते जाएं और मिश्रण नं.1 इसमें मिलाते जाएं। जब मिश्रण नं.1 पूरा मिल जाए तब खरल करना बंद कर चौड़े मुंह की कांच की शीशी में भरकर ठीक से ढक्कन लगा कर रखें। मंजन तैयार है।

सेवन विधि - 

सुबह शाम यह मंजन मसूड़ों व दांतों पर लगाकर उंगली से मलें। 15-20 मिनट तक मंजन लगा रहने दें और लार थूकते रहें। इसके बाद कुल्ले करके मुंह साफ़ कर लें। इस मंजन के सेवन करने से दांत मसूढ़ों के रोग, पायरिया, मसूढ़ों में टीस, सड़न, दर्द, बदबू और दांतों में कीड़ा लगना आदि समस्त व्याधियां नष्ट हो जाती है। एक बार प्रयोग करके स्वयं देख लीजिए।

वैध बनवीर सिंह


 

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