चिंता विकार (Anxiety Disorders) के प्रकार ..
चिंता विकार (Anxiety Disorders) अलग-अलग प्रकारों में प्रकट हो सकते हैं। ये प्रकार व्यक्ति की चिंता की स्तर, चिंता के कारण, और उसके लक्षणों पर आधारित होते हैं। नीचे दिए गए हैं कुछ प्रमुख चिंता विकारों के प्रकार:
सामान्य चिंता विकार (Generalized Anxiety Disorder - GAD): यह सबसे सामान्य चिंता विकार है जिसमें व्यक्ति हर दिन की अधिकांश परिस्थितियों के बारे में बेकाबू चिंतित रहता है। इसमें चिंता के विचार बार-बार मन में आते हैं और इससे उच्चतर स्तर का तनाव, मानसिक और शारीरिक असामर्थ्य, अस्वस्थता, थकान और नींद की समस्याएं हो सकती हैं।
सामाजिक चिंता विकार (Social Anxiety Disorder): इस विकार में व्यक्ति को सामाजिक स्थलों या सामाजिक परिस्थितियों में घबराहट और चिंता होती है। ये चिंताएं व्यक्ति को सामाजिक उपस्थिति से बचने के लिए मजबूर करती हैं और उसे निर्णय लेने, बोलने या अपने विचारों और भावनाओं को साझा करने में असमर्थ महसूस कराती हैं।
अभियांत्रिक विकार (Panic Disorder): इस विकार में व्यक्ति को अचानक और अप्रत्याशित धड़कन, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दबाव या दर्द, घुटने का महसूस होना और डर की अवस्था का अनुभव होता है। ये तीव्र अवस्थाएं अकस्मात रूप से उत्पन्न होती हैं और कुछ मिनट से कुछ घंटे तक रहती हैं।
जटिल उदासी विकार (Major Depressive Disorder): यह विकार चिंता के साथ-साथ दुख, उदासी, असहायता, निराशा और स्वार्थी विचारों के साथ जुड़ा होता है। इसमें व्यक्ति के दैनिक गतिविधियों, रुचियों और उत्साह में कमी होती है और वह अक्सर अपने आप को निरर्थक या अयोग्य महसूस करता है।
विचारों का आवश्यकता से ज्यादा बढ़ना (Obsessive-Compulsive Disorder - OCD): इसमें व्यक्ति को अनावश्यक और पुनरावृत्ति युक्त विचारों (आवश्यकता विचार) और कार्यों (आवश्यकता पूर्ति) का बार-बार मन में उत्पन्न होने का अनुभव होता है। व्यक्ति ऐसे विचारों और कार्यों को नियंत्रित करने के लिए अनुमानित नियमितता, क्रियात्मकता और संगठन के आवश्यकता महसूस करता है।
आग फोबिया (Specific Phobias): इस विकार में व्यक्ति को किसी विशेष वस्तु, स्थल, प्राणी, स्थिति या गतिविधि के प्रति अधिक और अनुचित डर या चिंता होती है। ये डर आवेश, शरीर में उन्माद, बहिष्कार या अपनी सीमाओं से दूर रहने की भावना के साथ जुड़ा होता है।
पोस्ट-ट्रोमैटिक तनाव विकार (Post-Traumatic Stress Disorder - PTSD): इसमें व्यक्ति को किसी घटना, जैसे दुर्घटना, युद्ध, या भयानक अनुभव के बाद लंबे समय तक अधिक और अचानक तनाव, आतंक, यादें और पुनरावृत्ति विचारों का अनुभव होता है।
ये कुछ प्रमुख चिंता विकार के प्रकार हैं, लेकिन इसके अलावा भी और चिंता विकार हो सकते हैं, जैसे कि चिंता संबंधित विकार (Anxiety-related Disorders) और निर्वस्त्र चिंता विकार (Unspecified Anxiety Disorder)। यदि आप इन विकारों के बारे में अधिक जानकारी चाहें तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए, जो आपको उचित निदान और उपचार प्रदान कर सकते हैं।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024