Published By:धर्म पुराण डेस्क

मन की शक्ति कैसे जागृत करें, मन की शक्ति का सही उपयोग कैसे होगा

मन की शक्ति के अनेक चमत्कार है, मन की शक्ति से कुछ भी किया जा सकता है, मन की शक्ति को लेकर हम बहुत सारी बातें सुनते हैं। योग शास्त्र में मन की शक्ति के उपयोग से न सिर्फ हम अपनी चेतना का परिष्कार कर सकते हैं विकास विस्तार कर सकते हैं बल्कि भौतिक जीवन में भी अनेक तरह की सफलता हासिल कर सकते हैं| 

भौतिक और आध्यात्मिक जीवन को सफल बनाने के लिए मन की शक्ति का संबंध होना बहुत जरूरी है मन की शक्ति का अर्थ सिर्फ यह नहीं है कि हम इंटेलिजेंट हो जाए मन की शक्ति का अर्थ यह है कि हमारे अंदर की अतींद्रिय क्षमता का परिचय हो जाए। उस अतींद्रिय क्षमता के बल पर आज कितने ही लोग चमत्कारी पुरुष बन गए हैं आज बागेश्वर बालाजी पंडोखर सरकार या अन्य बाबाओं की चर्चा है वह अतीन्द्रिय क्षमताओं के कारण ही है। 

पंडित श्रीराम शर्मा के अनुसार भारतीय योगियों, सिद्ध-संतों के बारे में प्रसिद्ध है कि वे अपनी आत्मा शक्तियों एवं अतींद्रिय क्षमताओं के आधार पर पलक झपकते ही सुदूर देशों की यात्राएँ करने से लेकर जरूरतमंदों की सेवा-सहायता करने तक में सक्षम होते हैं। वे अपनी क्षमताओं का प्रयोग प्रदर्शन करने, चमत्कार दिखाने, दूसरों का अहित करने जैसे कार्यों में नहीं करते। 

प्रकृति की मर्यादाओं, अनुशासनों को भी तोड़ने का प्रयास वे नहीं करते, किंतु आज के मनुष्य के लिए किसी भी तरीके से अपनी स्वार्थपूर्ति ही सब कुछ है। इसके लिए वह मनुष्य तो क्या, ईश्वर को भी दाँव पर लगाने को उतारू है। 

यही कारण है कि आज के संपन्न व समर्थ कहे जाने वाले राष्ट्र मनुष्य की प्रकृति प्रदत्त इन्हीं क्षमताओं का उपयोग युद्ध जैसे विनाशक प्रयोजनों की पूर्ति करने में तत्पर हैं। प्रतिवर्ष अरबों- खरबों डॉलरों की विपुल धनराशि 'माइंड वार' जैसी योजनाओं में खरच की जा रही है। मनःशक्ति से संचालित युद्ध आयुधों के अनुसंधान एवं प्रयोग परीक्षणों का सिलसिला बड़ी तेजी के साथ चल रहा है, जिससे शत्रुपक्ष का विनाश अतिशीघ्र किया जा सके।

मन की शक्ति अत्यंत प्रचंड है। अमेरिका के सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक लेखक रोनाल्ड मेकरई ने 'माइंड वॉर्स' नामक अपनी पुस्तक में इस रहस्य को उद्घाटित करते हुए बताया है कि अमेरिका ने अपनी 'रौल गेम' परियोजना के अंतर्गत एम० एक्स० प्रक्षेपास्त्र की जाँच-पड़ताल मनःशक्ति के सहारे कर दिखाने में सफलता पाई है। 

अतींद्रिय क्षमता संपन्न लोगों ने कंक्रीट से बने सुरक्षित टैंकरों में रखे प्रक्षेपास्त्रों को मनःशक्ति के बल पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाने का सफल परीक्षण कर दिखाया है। उनके अनुसार एक नौसैनिक अधिकारी ने वर्ष 1980 में एक अतींद्रिय क्षमता संपन्न महिला की सहायता से रूस के पूर्वी तट पर चक्कर काट रही पनडुब्बियों की खोज में पर्याप्त सफलता प्राप्त की थी। 

अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञों ने पनडुब्बियों की गुप्त गतिविधियों की जानकारी के लिए अनेक परामनोवैज्ञानिकों की सेवा- सहायता लेने की योजनाएँ बनाई हैं। अतींद्रिय आयुधों के बारे में अमेरिका के ही डॉक्टर रसेल टार्ग ने अपनी बहुचर्चित पुस्तक 'माइंड रेस' में बताया है कि मनःशक्ति की सहायता से उनने स्वयं जासूसी का कार्य सी०आई०ए० एवं एन० आर० आई० की योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक संपन्न कर दिखाया है। 

योग-साधनाओं का उद्देश्य इसी अंतर्मन को साधने, सुविकसित करने, परिष्कृत एवं सशक्त बनाने का है। परिष्कृत मन के माध्यम से लोक-लोकांतरों को, पंचभौतिक जगत की परिस्थितियों को देखा और समझा जा सकता है। 

प्राणियों सहित मनुष्य की भावना, कल्पना, योजना, इच्छा, आस्था एवं प्रकृति को भी समझ सकना और उन्हें वांछित दिशा में मोड़ना-मरोड़ना पूरी तरह संभव है। वर्तमान, भविष्य एवं भूतकाल के अंतराल की झाँकी की जा सकती है। अतः इस दिव्य अनुदान की दिशाधाराओं को सदैव लोक-कल्याण में ही नियोजित रहना चाहिए।


 

धर्म जगत

SEE MORE...........