त्रिफला के सेवन से अपने शरीर का कायाकल्प कर जीवन भर स्वस्थ रहा जा सकता है। आयुर्वेद की महान देन त्रिफला से हमारे देश का आम व्यक्ति परिचित है व सभी ने कभी न कभी कब्ज दूर करने के लिए इसका सेवन भी जरूर किया होगा। पर बहुत कम लोग जानते है इस त्रिफला चूर्ण जिसे आयुर्वेद रसायन भी मानते है उसे अपने कमजोर शरीर का कायाकल्प किया जा सकता है। बस जरूरत है तो इसके नियमित सेवन करने की। क्योंकि त्रिफला का वर्षों तक नियमित सेवन ही आपके शरीर का कायाकल्प कर सकता है।
सेवन विधि - सुबह हाथ मुंह धोने व कुल्ला आदि करने के बाद खाली पेट ताजे पानी के साथ इसका सेवन करें तथा सेवन के बाद एक घंटे तक पानी के अलावा कुछ ना लें। इस नियम का कठोरता से पालन करें।
त्रिफला चूर्ण वास्तव में बहुत ही प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार है जिसका नियमित सेवन आपके स्वास्थ्य को सुधार सकता है।
त्रिफला चूर्ण को घर पर बनाने की विधि निम्नलिखित है:
सामग्री:
- 100 ग्राम हरी हरीतकी (हरड़)।
- 100 ग्राम आमला (अंवला)।
- 100 ग्राम बिभीतकी (बहेड़ा)।
तरीका:
- सभी सामग्री को अच्छी तरह से धो लें और धूप में सुखा दें।
- एक बाउल में सारी सामग्री को मिलाएं और अच्छी तरह से पीस लें ताकि एक होमोजीनस पाउडर बन जाए। पाउडर को एक साफ और सूखी बर्तन में संग्रहित करें और उसे अच्छे से बंद करें। इसे शुष्क और ठंडे स्थान पर स्थापित रखें।
त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से पहले, कृपया अपने वैद्यकीय सलाहकार से परामर्श करें, विशेष रूप से यदि आपकी कोई विशेष स्थिति है या आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं। उपयुक्त मात्रा और उपयोग के लिए अपने वैद्य से परामर्श करें।
त्रिफला चूर्ण एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जो भारतीय आयुर्वेदिक पद्धति में व्यापक रूप से प्रयोग होती है। यह चूर्ण तीन प्रमुख घटकों से बना होता है - हरीतकी (हरड़), आंवला (आमला) और बिभीतकी (बहेड़ा)। इसका नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ रखने और कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मदद कर सकता है।
त्रिफला चूर्ण के फायदे:
- पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है और कब्ज और अपच को कम कर सकता है।
- अंतिम आंग (कोलन) की सफाई और ताजगी को बढ़ावा देता है।
- विषैले पदार्थों को निकालने में मदद कर सकता है और शरीर को शुद्ध करने में सहायता प्रदान कर सकता है।
- प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है और रोगाणुओं से लड़ने में मदद कर सकता है।
- शरीर के तापमान को संतुलित रखने में मदद कर सकता है और रक्त प्रवाह को बढ़ावा देता है।
- नेत्रों के स्वास्थ्य को सुधार सकता है और आँखों से संबंधित समस्याओं को कम कर सकता है।
त्रिफला चूर्ण का सेवन करने के लिए, आप इसे एक चम्मच या आधा से एक चम्मच के बराबर मात्रा में गुनगुने पानी के साथ रोजाना सेवन कर सकते हैं। आप इसे खाली पेट या सोते समय ले सकते हैं। यदि आपको बीमारी है या आप दवाएं ले रहे हैं, तो पहले अपने वैद्य से परामर्श करें। वे आपको सही मात्रा और उपयोग के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
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