लोग अक्सर उबासी लेते हैं जब वे थके हुए होते हैं या नींद से वंचित होते हैं. उबासी लेना पूरी तरह से सामान्य है और हर कोई दिन में 5 से 19 बार उबासी लेता है. स्लीप फाउंडेशन के अनुसार, बहुत से लोग ऐसे हैं जो दिन में 10 बार से ज्यादा उबासी लेते हैं. कुछ अध्ययनों के मुताबिक, बहुत से ऐसे लोग हैं जो दिन में लगभग 50-60 बार उबासी लेते हैं.
इसका एक सामान्य कारण बहुत जल्दी जागना है. अक्सर बार-बार उबासी आना किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, बार-बार उबासी आना कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट भी हो सकता है. इसके बारे में आइए जानते हैं..!
बार-बार उबासी आने का कारण-
बार-बार उबासी आना किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. तब आपको इससे सावधान रहने की जरूरत है. यह स्लीप डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है. जैसे कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया जिसमें दिन के समय अत्यधिक नींद आती है. विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा उबासी लेना मेटाबॉलिक बीमारियों का कारण हो सकता है.
नींद की कमी- कई लोगों को दिन में हमेशा नींद आती रहती है जिसके कारण उन्हें अत्यधिक उबासी आने की समस्या का सामना करना पड़ता है. यह आमतौर पर तब होता है जब आप किसी कारणवश रात को पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं. रात को नींद पूरी न होने की वजह से आप अगले दिन काफी थकान महसूस करते हैं और आपको ज्यादा उबासी आती है.
मधुमेह- उबासी आना हाइपोग्लाइसीमिया का शुरुआती संकेत है. जैसे ही रक्त शर्करा का स्तर कम होता है, उबासी आने लगती है.
स्लीप एपनिया- स्लीप एपनिया के मरीजों को रात में सोते समय काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसके कारण उन्हें रात में पर्याप्त नींद नहीं आती है. जिससे उन्हें अगले दिन काफी थकान महसूस होती है और उन्हें लगातार उबासी आती रहती है.
इस बीमारी में सांस लेने में दिक्कत होती है. स्लीप एपनिया में थोड़ी-थोड़ी देर में सांस रुक जाती है जिससे पर्याप्त नींद नहीं हो पाती. खतरनाक बात यह है कि नींद में ही सांस रुक जाती है और व्यक्ति को इसका पता भी नहीं चलता.
अनिद्रा- अनिद्रा भी नींद से संबंधित समस्या है. इस रोग से ग्रसित व्यक्ति को रात में नींद नहीं आती है या यदि वह एक बार उठ जाए तो दोबारा सोने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है. रात में नींद पूरी न होने के कारण लोग दिन में अधिक सोते हैं जिसके कारण उन्हें उबासी आती है।
हृदय रोग- उबासी लेने का एक कारण वेगस तंत्रिका हो सकता है. जो दिमाग से दिल और पेट तक जाता है. कुछ शोधों के अनुसार, अत्यधिक उबासी दिल के आसपास रक्तस्राव या दिल का दौरा पड़ने की संभावना का संकेत भी दे सकती है.
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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