महाशिवरात्रि के मौके पर सोमनाथ मंदिर भक्तों के लिए लगातार 42 घंटे खुला रहेगा. महाशिवरात्रि पर शिव भक्त भी ले सकेंगे महामृत्युंजय यज्ञ का लाभ..!
महाशिवरात्रि के पावन पर्व में अब सिर्फ गिनती के घंटे ही दूर है, प्रार्थना ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट भी भक्तों के स्वागत के लिए उत्सुक है. महाशिवरात्रि को लेकर सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं.
महाशिवरात्रि पर सोमनाथ महादेव के दर्शनों का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ सकते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से एक अहम फैसला लिया गया है. महाशिवरात्रि पर लगातार 42 घंटे सोमनाथ मंदिर खुला रहेगा.
4 प्रहर की आरती और महापूजा नियत समय पर होगी-
महाशिवरात्रि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के सोमनाथ महादेव के दर्शन करने की प्रबल संभावना है. इसलिए मंदिर के कपाट सुबह चार बजे खोल दिए जाएंगे. जो लगातार 42 घंटे खुला रहेगा और निर्धारित समय पर 4 घड़ी आरती और महापूजा की जाएगी.
महाशिवरात्रि पर शिव भक्त महामृत्युंजय यज्ञ का लाभ उठा सकते हैं. महाशिवरात्रि के मौके पर सोमनाथ मंदिर में खास इंतजाम किए गए हैं. सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा 17 से 19 फरवरी तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी-
सोमनाथ मंदिर में पालकी शोभायात्रा, ज्योत पूजन, चार प्रहार की विशेष पूजा, आरती सहित धार्मिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के त्रिवेणी संगम का आयोजन किया गया.
वहीं, महाशिवरात्रि को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे. तीर्थयात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है. एक बड़ा पार्किंग स्थल तैयार है, जिसमें 2 हजार तक वाहन खड़े किए जा सकते हैं.
महाशिवरात्रि का महत्व-
महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव इसी दिन शिवलिंग रूप में प्रकट हुए थे. इसके अलावा यह भी माना जाता है कि इसी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था.
महाशिवरात्रि पर, कुंवारी लड़कियां पूरे दिन उपवास करती हैं और शिव पूजा में शामिल होती हैं. साथ ही भगवान शिव से मनचाहा वर पाने की प्रार्थना भी करती हैं. महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से सभी प्रकार के सुख और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. महाशिवरात्रि पर सुबह से ही शिव मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ लग जाती है.
महाशिवरात्रि पूजा विधि-
फाल्गुन महीने में महाशिवरात्रि सभी 12 महीनों में हर महीने मनाई जाने वाली मासिक शिवरात्रि में सबसे खास और मनोकामना पूर्ण करने वाली शिवरात्रि है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर पूजा का संकल्प लें और नजदीक शिव मंदिर जाएं.
इसके बाद मन में भगवान शिव और माता पार्वती का स्मरण करें और जलाभिषेक करें. महाशिवरात्रि पर शिव पूजा के दौरान भगवान शिव को अक्षत, सुपारी, सुपारी, दूध, दही, शहद, घी, धतूरा आदि अर्पित करें. पूजा के दौरान शिव मंत्रों का जाप करते रहें.
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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