केदारनाथ - उत्तरांचल राज्य में स्थित चार धामों में एक श्री केदारनाथ में भगवान शिव महिष रूप में प्रतिष्ठित हैं। यहाँ इनका पृष्ठभाग ही है। इनका मुख नेपाल के पशुपतिनाथ नामक शिव मंदिर में प्रतिष्ठित है, ऐसी भी मान्यता है।
श्री मध्यमेश्वर - उत्तरांचल राज्य में ही रुद्रप्रयाग के करीब यहाँ महिष रूप शिव की नाभि प्रतिष्ठित है।
श्री तुंगनाथ - यहाँ महिष रूप भगवान शिव की बाहु प्रतिष्ठित है।
श्री रुद्रनाथ - यहाँ महिष रूप भगवान शिव का मुख प्रतिष्ठित है, किंतु शिव भक्त नेपाल स्थित पशुपतिनाथ को मुख रूप में विशेष महत्व देते हैं।
श्री कल्पेश्वर - श्री केदारनाथ के समीप ही यहाँ महिष रूपी भगवान शिव की जटाएँ प्रतिष्ठित हैं।
विशेष - केदार का अर्थ है भैंसा। श्री केदारनाथ में भगवान शिव का पृष्ठभाग (पीछे का हिस्सा) स्थित है तथा मुख पशुपतिनाथ नेपाल में। श्री रुद्रनाथ उत्तरांचल में भी मुख स्थित है।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024