हिंदू धर्म में, शंख को जीत, समृद्धि, शुभता और सफलता का प्रतीक माना जाता है। कई देवी-देवताओं के फोटो में शंख देखा जा सकता है।
अगर आप घर में शंख रखते हैं तो आपको दो शंख लेकर आना चाहिए। एक शंख बजाने के लिए और दूसरा अभिषेक और पूजा आदि के लिए।
शंख या शंख लाभ: शंख को घर में रखने और बजाने के कई फायदे हैं। हिंदू धर्म में, शंख को जीत, समृद्धि, शुभता और सफलता का प्रतीक माना जाता है। कई देवी-देवताओं के फोटो में शंख देखा जा सकता है। उत्सव, पूजा, हवन, राज्याभिषेक जैसे धार्मिक समारोहों में शंख का उपयोग किया जाता है।
शंख को लक्ष्मी जी का भाई और विष्णु का प्रिय माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि जहां शंख होता है वहां लक्ष्मी का वास होता है। शंख की आकृति, ध्वनि और सुंदरता इसकी गुणवत्ता निर्धारित करती है।
सनातन धर्म में शंख को विशेष धार्मिक महत्व दिया गया है और धार्मिक मान्यता है कि प्रतिदिन घर में शंख बजाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और व्यक्ति के कष्ट भी दूर होते हैं। घर में मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा बनी रहती है।
आइए जानते हैं शंख बजाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और शंख बजाने का सही नियम क्या है-
पौराणिक कथा के अनुसार शंख को 14 रत्नों में से एक माना जाता है और शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी, ऐसे में शंख को देवी लक्ष्मी का भाई भी कहा जाता है। तो यह भगवान विष्णु से संबंधित है।
धार्मिक कथाओं में यह भी कहा गया है कि शंख को भगवान विष्णु का एक अस्त्र या आभूषण माना जाता है। भगवान विष्णु के हाथों में चक्र, गदा, कमल के फूल और शंख हैं। ऐसे में माना जाता है कि जिस घर में शंख बजाया जाता है वहां भगवान विष्णु अपना ध्यान देते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अगर आप घर में शंख रखते हैं तो आपको दो शंख लेकर आना चाहिए। एक शंख बजाने के लिए और दूसरा अभिषेक और पूजा आदि के लिए। जिस शंख से आप भगवान की पूजा करते हैं उसे कभी नहीं फूंकना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से वह झूठा हो जाएगा।
शंख को पूजा कक्ष के सफेद कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए। भगवान विष्णु को शंख का जल चढ़ाना शुभ माना जाता है, लेकिन ध्यान रहे कि भगवान शिव और सूर्य देव को शंख जल न चढ़ाएं। बजाने से पहले शंख को गंगाजल से धोना चाहिए। अगर गंगा जल नहीं है तो आप साधारण जल का उपयोग कर सकते हैं।
शंख में हमेशा पानी रखें। इस जल की नियमित पूजा के बाद इसे पूरे घर में छिड़कें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सुख-शांति बनी रहती है। अपने शंख को कभी भी दूसरों के द्वारा इस्तेमाल न करने दें। सुबह-शाम शंख बजाना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
इस कारण सबसे पवित्र है शंख:
शंख अपनी चमकदार, सुडौल, सुंदर, स्पष्ट और मधुर ध्वनि के कारण सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। टूटे, घिसे-पिटे, खराब आवाज वाले शंख का प्रयोग न करें और नदी में फेंक दें। शंख मुख्य रूप से समुद्री जीवन की एक संरचना है, क्योंकि माना जाता है कि शंख देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के रूप से जुड़ा हुआ है। जिसके कारण शंख को पवित्र माना जाता है।
कहा जाता है कि जहां भी शंख होता है वहां लक्ष्मी होती है ऐसा माना जाता है कि शंख बजाने से घर का वातावरण स्वच्छ और पवित्र होता है।
शंख सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है। शंख प्राकृतिक कैल्शियम, सल्फर और फास्फोरस से भरपूर होते हैं। जो लोग प्रतिदिन शंख बजाते हैं उन्हें गले और फेफड़ों के रोग नहीं हो सकते। इतना ही नहीं, शंख की सहायता से सभी रोगों का नाश होता है।
शंख बजाने से चेहरे, श्वसन प्रणाली, श्रवण प्रणाली और फेफड़ों का भी व्यायाम होता है। शंख बजाने से स्मरण शक्ति भी बढ़ती है।
शंख बजाने से आत्मबल में वृद्धि, फेफड़ों का व्यायाम, स्मरण शक्ति, ध्वनि, खांसी, दमा, पीलिया, रक्तचाप आदि रोगों में आराम मिलता है। अगर आप खांसी, सांस लेने में तकलीफ, पीलिया, हाई ब्लड प्रेशर या दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो रोजाना शंख बजाना इससे राहत पाने का आसान तरीका है।
कहा जाता है कि शंख आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शंख से आने वाली ध्वनि जहां तक पहुंचती है वहां तक रोग के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
शंख स्थापित होता है, वहां दरिद्रता नहीं होती है, शांति और समृद्धि होती है। शुद्ध जल से भरी वस्तु, व्यक्ति, स्थान को शंख में छिड़कने से दुर्भाग्य, अभिशाप, अभिशाप और द्वेष के प्रभाव का नाश होता है।
1. शंख बजाने से फेफड़े फैल जाते हैं और इससे अस्थमा या सांस लेने की समस्या दूर हो जाती है और आपको आंतरिक रूप से बहुत लाभ होता है।
2. शंख बजाने से मलाशय की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं और फैलती हैं, जिससे व्यायाम भी होता है। इस यंत्र से पेट की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
3. प्रोस्टेट की मांसपेशियों का व्यायाम होता है, मूत्राशय का व्यायाम भी हो जाता है, यह इससे जुड़ी कई बीमारियों से भी बचाव करता है।
4. शंख बजाने से मांसपेशियों का व्यायाम होता है और छाती भी टोन होती है। इसके अलावा वोकल कार्ड और थायराइड संबंधी समस्याओं में भी फायदा होता है।
5. नहाने के बाद अगर आप शंख को अपनी त्वचा पर हल्के से मलेंगे तो आपकी त्वचा में निखार आने लगेगा। इससे आप शंख को अपनी दिनचर्या में शामिल करना शुरू कर देंगे।
6. रात भर शंख को पानी में रहने दें और फिर उस पानी से आंखों को धो लें, इससे आंखें स्वस्थ रहती हैं।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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