1. श्री हरि विष्णु:
प्रिय भोग: खीर और हलवा
शुभ मुहूर्त: गुरुवार
2. भगवान शिव:
प्रिय भोग: भांग और पंचामृत
शुभ मुहूर्त: आपकी प्राथमिकता के आधार पर
3. बप्पा (गणेश जी):
प्रिय भोग: मोदक
शुभ मुहूर्त: अपनी इच्छा के अनुसार
4. भगवान श्रीकृष्ण:
प्रिय भोग: माखन-मिश्री
शुभ मुहूर्त: व्यक्तिगत चयन के अनुसार
भोग लगाने का महत्व:
प्रिय भोग से भगवान को प्रसन्न करने में सहायक होता है। इससे भक्त को दिव्य कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
यह साधक को आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मदद करता है। समस्त भगवानों के लिए विभिन्न भोगों का आयोजन करना धार्मिक कर्मों का हिस्सा है।
इस प्रकार, आपको ध्यान में रखना चाहिए कि भोग लगाना एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो भक्ति मार्ग का हिस्सा है और इससे आप अपने इष्ट देव के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्पण को प्रकट कर सकते हैं।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
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