Published By:धर्म पुराण डेस्क

जानिए व्यायाम के नियम

रोजाना व्यायाम करना चाहिए। अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यायाम जरूरी है। इसका क्या नियम है? 

हां, व्यायाम दैनिक दिनचर्या का हिस्सा है, लेकिन कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी है।

पिछले साल आपने कई उदाहरण पढ़े होंगे कि एक जिम फ्रीक की भी बॉडी बिल्डर, सेलिब्रिटी और नाप-तौलकर डाइट लेने के बावजूद दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। 

बेशक, ऐसा क्यों होना चाहिए, इसके कई कारण हैं। लेकिन व्यायाम की गलत आदतें भी एक बड़ा कारण हो सकती हैं। ऋतुओं का परिवर्तन इस समय महसूस किया जा रहा है। 

आइए जानें कि मौसम के अनुसार व्यायाम कैसे करें और आहार का पालन कैसे करें।

ठंड का मौसम ताकत को मजबूत करने का समय है। इस दौरान भूख भी अच्छी लगती है और पाचन भी जल्दी होता है। इसलिए इस दौरान व्यायाम जरूरी है और शरीर को मजबूत बनाता है। 

मुख्य नियम आधी शक्ति में व्यायाम करना है। नाक से सांस लिए बिना व्यक्ति मुंह से सांस लेना शुरू कर देता है और उसके बगल, माथे, अंगों और जांघों से पसीना आने लगता है। मुंह सूखने की स्थिति में व्यायाम बंद कर देना चाहिए। यह इसका अर्ध-शक्ति अनुपात है। नियमित रूप से व्यायाम करने से यह मात्रा बढ़ जाती है।

- सर्दी और वसंत में शरीर की ताकत अच्छी होती है, इसलिए आधी ताकत (अन्य मौसमों में भी कम) करें।

- पेट साफ करने के बाद ही व्यायाम करें। रात में भोजन के बाद व्यायाम न करें। अपच होने पर बिल्कुल नहीं।

- व्यायाम में ठीक बैठना, दौड़ना, टहलना, कुश्ती, योग, धूप सेंकना, सुबह धूप सेंकना शामिल हैं।

- व्यायाम के बाद शरीर का तेल से अभिषेक करना चाहिए। व्यायाम थकान से राहत देता है और मांसपेशियों को चोट नहीं पहुंचाता है।

- नहाते समय लोधरा आंवला दाल का पेस्ट (चटनी की तरह) इस्तेमाल करना चाहिए। कसैला रस शरीर की चिपचिपाहट को दूर करता है।

- व्यायाम करने वालों को अपने आहार में वसा को शामिल करने की आवश्यकता होती है। उदा.- दूध, घी, मक्खन, खीर आदि।

- ठंड का मौसम व्यायाम के लिए एक अच्छा समय है जो आपको ताकत देता है, लेकिन अगर आप नियमों का ठीक से पालन करते हैं, तो आपको पूरा फायदा मिलेगा।


 

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