भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल:- डल झील
जम्मू-कश्मीर राज्य का सबसे बड़ा शहर 'श्रीनगर' झेलम नदी के दोनों किनारों पर फैला हुआ है। देवलोक सरीखा या शहर समुद्र तल से 1768 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। चौथी व पांचवी शताब्दी में मुगलकालीन शासकों ने इस शहर में खूबसूरत झीलो, चारों व कलात्मक इमारतो का निर्माण करवाकर इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाए थे। यहां आकर पर्यटकों को ऐसा महसूस होता है जैसे वे इंद्रलोक' में आ गए हैं यह शहर अपनी नगीन और डल जैसी मनोरम झीलों के लिए विश्व-भर में प्रसिद्ध है। डल झील अपनी सुंदरता और तीर्थयात्रा केंद्र के लिए भी प्रसिद्ध है। प्रसिद्ध होने के साथ ये झील श्रीनगर के रहने वाली जनता की जीवन दयेनी भी है|बहुत से परिवार इसी झील में रहते हैं| यह झील श्रीनगर शहर के पूर्व में श्रीधरा पर्वत के चरणों में स्थित है। डल झील एक छोटी सी मध्यम ऊंचाई वाली झील (समुद्र तल से 1,775 मीटर ऊपर) है| जो कि कांगड़ा हिमाचल प्रदेश में मैकलोडगंज नड्डी रोड पर तोता रानी के गांव के पास धर्मशाला से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| डल झील मक्लोटगंज से पश्चिम की ओर 2 किमी है। झील देवदार के हरे-भरे वनों के बीच का घिरी हुई है, डल झील के आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक स्वर्ग है। एक समय था जब यह झील विश्व की सुंदरतम झीलों में से एक मानी जाती थी, लेकिन आज इसका सौंदर्य ख़त्म-सा हो गया है| कभी यह झील 25 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में पैली हुई थी, लेकिन अब इसका छेत्रफल मात्र 12 वर्ग किलोमीटर रह गया है इस झील की सबसे बड़ी खासियत वहां के साउस थॉट' व 'शिकारे' है। यहां हाउस बोट में रहने तथा शिकारे द्वारा पूरी डल झील की सैर करने का अपना ही मजा है। डल झील के किनारे पर एक प्रसिद्ध भगवान शिव मंदिर स्थित है, जिसे बहुत पवित्र माना जाता है और 200 वर्ष पुराना है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, दुर्वास नामक ऋषि ने यहां भगवान शिव की उपासना की थी।
मानव धर्म, सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पहलू है..!!
February 24, 2024यदि आपके घर में पैसों की बरकत नहीं है, तो आप गरुड़...
February 17, 2024लाल किताब के उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सका...
February 17, 2024संस्कृति स्वाभिमान और वैदिक सत्य की पुनर्प्रतिष्ठा...
February 12, 2024आपकी सेवा भगवान को संतुष्ट करती है
February 7, 2024योगानंद जी कहते हैं कि हमें ईश्वर की खोज में लगे र...
February 7, 2024भक्ति को प्राप्त करने के लिए दिन-रात भक्ति के विषय...
February 6, 2024कथावाचक चित्रलेखा जी से जानते हैं कि अगर जीवन में...
February 3, 2024