Published By:धर्म पुराण डेस्क

ओंकारेश्वर में शंकराचार्य ने लिया था सन्यास, यहीं बनेगी उनकी 108 फीट ऊंची मूर्ति, संतों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की बैठक

MP : आज जगतगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा ओंकारेश्वर में स्थापित की जा रही। जीवन में व्यावहारिक वेदांत कैसे उतारा जाए, इसका मार्गदर्शन है, मनोभाव है : CM

भगवान आदि शंकराचार्य को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में उनके गुरु गोविंद भगवत्पाद द्वारा द्वारा सन्यास दिलाया गया था। ओंकारेश्वर में ही आदि शंकराचार्य, शंकर से शंकर भगवत्पाद कहलाए। आदिशंकरचार्य को गुरु गोविंद ने ओंकार में प्रेरित किया कि आप अद्वैत वेदांत दर्शन के माध्यम से पूरे भारत का आध्यात्मिक पुनर्जागरण करें।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में मंत्रालय में सम्पन्न हुई महत्त्वपूर्ण बैठक शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक|

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 9 फरवरी 2017 को नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान ओंकारेश्वर में तीन संकल्प लिए थे। पहला संकल्प है मांधाता पर्वत में 108 फीट की भगवान आदि शंकराचार्य की मूर्ति स्टेचू आफ वननेस का निर्माण कराना। दूसरा संकल्प भगवान आदि शंकराचार्य के जीवन दर्शन को प्रभावी रूप से अभिव्यक्त करने के लिए शंकर संग्रहालय की स्थापना कराना। तीसरा संकल्प प्रत्येक घर में अद्वैत बोध का जागरण कराने हेतु आचार्य शंकर अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान की स्थापना कराना। इन तीनों के निर्माण में अनुमानित राशि लगभग 1000 करोड़ खर्च की जाएगी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही बड़ी बात विश्व में विभिन्न मत मतांतर, विद्वेष और वैमनस्य का भाव व्याप्त है: CM शिवराज

इसकी समाप्ति का आधार सिर्फ अद्वैत वेदांत ही है : CM शिवराज

गुरु शंकराचार्य ने सांस्कृतिक रूप से देश को जोड़ने का काम किया : CM शिवराज

बैठक में महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद जी समेत कई प्रमुख संत रहे उपस्थित|

(स्वामी परमात्मानंद सरस्वती जी महाराज, स्वामी चिदानंदपुरी जी, स्वामी हरिब्रम्हेन्द्रानंद जी महाराज, श्री मुकुल कानिटकर जी, स्वामी मित्रानंद जी, पद्मश्री, वी.आर. गौरीशंकर, स्वामी वेदतत्वानंदजी उपस्थित रहे)|

Image

वर्चुअली कई संत व विशेषज्ञ भी अनेक देशों से भी जुड़े..

ओंकारेश्वर में स्थापित होने वाली 108 फीट शंकराचार्य जी की प्रतिमा, संग्रहालय एवं अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान के संबंध में हुई चर्चा|

 

यह निर्माण अगले 2 वर्षों में पूरा हो जाएगा

भगवान आदि शंकराचार्य की 108 फीट की मूर्ति स्टैचू आफ वननेस (एकात्मता की मूर्ति) के लिए टर्नर कोनसेसियम को अपाइंटमेंट (अनुबंधित) किया गया है, जिन्होंने स्टेचू आफ यूनिटी और बुर्ज खलीफा जैसी इमारतों के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा आचार्य शंकर की ज्ञान भूमि ओंकारेश्वर का प्रकल्प अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इस प्रकल्प को STATUE OF ONENESS का नाम दिया गया है|

Image

बैठक में प्रस्तावित कार्य का विस्तृत प्रेजेंटेशन भी दिया गया। बैठक में उपस्थित माननीय संतों ने आवश्यक सुझाव दिये|

- प्रकल्प अद्वैत वेदांत को व्यवहारिक जीवन में कैसे उतारें इसकी शिक्षा देगा।

- 2000 करोड़ से अधिक की लागत से होगा निर्माण कार्य|

- 54 फीट ऊंचे प्लेटफार्म पर स्थापित की जाएगी 108 फीट की प्रतिमा|

- यह प्रोजेक्ट 2023 तक बनकर पूर्ण होना प्रस्तावित है|

- यह प्रकल्प संपूर्ण विश्व में पर्यटन के साथ ही आध्यात्मिक क्रांति को भी सृजित करेगा|

आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा किये गये महत्वपूर्ण आयोजन|

- 9 फरवरी 2017 को मुख्यमंत्री जी द्वारा आचार्य शंकर की प्रतिमा संग्रहालय एवं अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान की स्थापना की घोषणा।

- 1 मई 2017 को प्राकट्य पंचमी उत्सव मनाया गया।

- 19 दिसंबर 2017 से 22 जनवरी 2018 तक एकात्म यात्रा, धातु संग्रहण अभियान चलाया गया।

- 22 जनवरी 2018 एकात्म पर्व मनाया गया।

- 27 जनवरी 2018 को आचार्य संस्कृत सांस्कृतिक एकता न्यास का गठन।

- 8 से 10 दिसंबर 2019 अद्वैत उत्सव।

- 4 जून 2021 को वास्तुविदिय सलाहकार समिति|

Image

- आचार्य शंकर के अद्वैत वेदांत के दर्शन के लोक व्यापीकरण हेतु ओमकारेश्वर में आचार्य शंकर की 108 फीट की बहुधातु प्रतिमा एवं संग्रहालय की स्थापना।


 

धर्म जगत

SEE MORE...........